15 August 2022: ये हैं चंडीगढ़ के वो दो शख्स जो बनेंगे राजभवन के खास मेहमान, PM मोदी ने भी की इनकी तारीफ
Independence Day 2022 एट होम कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस की शाम को राजभवन में पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासन विशेष मेहमानों के लिए आयोजित करते हैं। इस कार्यक्रम में शहर की जानी मानी शख्सियत शामिल होती हैं ।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़। Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में लीक से हटकर काम करने वाले चंडीगढ़ के छोले कुलचे विक्रेता संजय राणा और मोबाइल लाइब्रेरी संचालक संदीप की सराहना की थी। अब यह दोनों शख्स राजभवन के खास मेहमान बनेंगे।
पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने स्वतंत्रता दिवस की शाम पंजाब राजभवन में आयोजित होने जा रहे एट होम कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित किया है। राजभवन की तरफ से दोनों को विशेष आमंत्रण मिल चुका है। साथ ही पुलिस ने भी जरूरी वैरीफिकेशन के लिए औपचारिकताएं पूरी कर ली है।
बता दें कि एट होम कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस की शाम को राजभवन में पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासन विशेष मेहमानों के लिए आयोजित करते हैं। इस कार्यक्रम में शहर की जानी मानी शख्सियत शामिल होती हैं। इनमें मुख्यमंत्री, ब्यूरोक्रेट्स, मंत्री, नेता, इंडस्ट्रियलिस्ट, बिजनेसमैन और दूसरे लोग रहते हैं।
वैक्सीनेशन कराने पर फ्री छोले कुल्चे खिलाते हैं संजय राणा
कोरोना संक्रमण से लड़ने का हथियार वैक्सीन है। जब वैक्सीनेशन आई तो बहुत से लोग इसे लगवाने से डरते हिचकते थे। इस बीच चंडीगढ़ सेक्टर-29बी मार्केट में साइकिल पर छोले कुल्चे बेचने वाले संजय राणा ने मानवीयता की नई मिसाल पेश की। उन्होंने अपने साइकिल पर बोर्ड लगा दिया कि जो व्यक्ति वैक्सीन लगवाकर आएगा उसे वह छोले कुल्चे की प्लेट फ्री खिलाएंगे। उनके इस कार्य की पहले तो तत्कालीन प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने प्रशंसा की थी। उसके बाद 25 जुलाई 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में संजय राणा के इस प्रयास की जमकर सराहना की। उसके बाद पूरा शहर संजय राणा को जानने लगा। संजय ने बताया कि उन्हें राजभवन से निमंत्रण मिला है। पुलिस से भी कार्यक्रम के संबंध में फोन आया है।
संदीप जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं किताब
25 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में बुकमैन के नाम से प्रसिद्ध संदीप कुमार की तारीफ की थी। संदीप लोगों से पुरानी किताबें जुटाते हैं फिर उन्हें जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाते हैं। संदीप ने खुद की सुविधाओं को छोड़ गरीब बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठा रखा है।पुरानी किताबें इकट्ठा करना और उन्हें बस्तियों के गरीब और सरकारी स्कूलों में जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचना इनका मिशन बन चुका है। पांच किताबों से शुरुआत करने वाले संदीप की मेहनत का ही नतीजा है कि अब वह मोबाइल लाइब्रेरी में 30 हजार से अधिक स्कूली बच्चों के पढ़ने की किताबें जमा कर उन्हें शिक्षित कर रहे हैं। अब संदीप स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में मेहमान होंगे।
चयनित लोग ही होंगे एट होम में
कोरोना काल शुरू होने के बाद से दो वर्षों से एट होम कार्यक्रम नहीं हो रहा था। इस बार तीसरे साल भी यह आयोजित नहीं करने का फैसला लिया गया था। इसका कारण यह भी है कि प्रशासक पुरोहित को हालही में कोरोना हुआ था। हालांकि अब उनका आइसोलेशन पीरियड पूरा हो चुका है। वह स्वस्थ हैं। साथ ही गृह मंत्रालय ने इस बार मन की बात में प्रधानमंत्री ने जिन लोगों का नाम लिया था उन्हें राजभवन एट होम में बुलाने के निर्देश दिए हैं। इसको देखते हुए चयनित लोगों के साथ एट होम हो रहा है।