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दो करोड़ के बैंक घोटाले का पर्दाफाश, उच्‍च तकनीक के इस्‍तेमाल से चल रहा था रैकेट

पंजाब पुलिस ने दाे करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का पर्दाफाश किया है। पूरा रैकेट उच्‍च तकनीक का इस्‍तेमाल से चलाया जा रहा था। पंजाब पुलिस के साइबर सेल ने मामले का खुलासा किया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 10:17 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jan 2020 10:17 AM (IST)
दो करोड़ के बैंक घोटाले का पर्दाफाश, उच्‍च तकनीक के इस्‍तेमाल से चल रहा था रैकेट
दो करोड़ के बैंक घोटाले का पर्दाफाश, उच्‍च तकनीक के इस्‍तेमाल से चल रहा था रैकेट

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम सेल ने उच्च तकनीक का इस्‍तेमाल कर करोड़ों रुपये का बैंक घोटाला करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। जालसाजों ने फर्जी नाम पर पांच बैंक खाते खोले हुए थे। इसमें पैसे ट्रांसफर करके बाद में एटीएम व चेक के जरिये निकलवाए थे। आरोपितों ने राम काला निवासी नाहरपुर (हरियाणा) के साथ 80 लाख रुपये की ठगी की थी। 2019 में इस मामले में थाना मानेसर में केस दर्ज किया गया था।

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पंजाब पुलिस के साइबर सेल ने किया भंडाफोड़, लुधियाना निवासी दो आरोपित को पांच दिन के रिमांड पर भेजा

एचडीएफसी बैंक की इन्वेस्टिगेशन, रिस्क इंटेलीजेंस व कंट्रोल यूनिट के लोकेशन मैनेजर विजय कुमार ने 30 दिसंबर, 2019 को एचडीएफसी बैंक के खाते से दो करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में शिकायत दर्ज की थी। जांच के दौरान यह पता लगा कि यह रैकेट लुधियाना से काम कर रहा था और इसमें कम से कम तीन व्यक्ति शामिल थे। गिरोह का एक मेंबर राजीव कुमार न्यू शिमलापुरी (लुधियाना) का रहने वाला है।

ऐसे लगाई खातों में सेंध

धोखाधड़ी करने वालों ने पीडि़त के बैंक खातों से रजिस्टर्ड ई-मेल आइडी और मोबाइल नंबर को चालाकी से समान मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी के साथ बदल दिया। इस तरह पीडि़त के खातों के साथ अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी अपडेट करते हुए इन खातों का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया।

जांच में फर्जी पाए गए सभी दस्तावेज

जांच के दौरान यह पाया गया कि सभी सरकारी आइडी सुबूत फर्जी हैं। इनमें चिप आधारित ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, होलोग्राम वाले वोटर आइडी कार्ड आदि शामिल हैं। ये दस्तावेज बैंक खाता खोलने और मोबाइल नंबर लेने के लिए केवाइसी दस्तावेज के रूप में दिए गए थे।

एक आरोपित अभी तक फरार

इस मामले में तीन कर्मचारियों को भी नामजद किया गया था। इनमें राजीव कुमार और दीपक कुमार गुप्ता को को 28 जनवरी को लुधियाना के शिमलापुरी से गिरफ्तार किया गया था। एक मुलजिम फरार हो गया था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों को ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट, एसएएस नगर की अदालत में पेश किया गया। दोनों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।

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