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रॉक गार्डन पर हर साल खर्च होते हैं 2.5 करोड़, इसलिए शुरू किया यह काम

रॉक गार्डन के रखरखाव का वार्षिक खर्च लगभग 2.5 करोड़ है और इस खर्च की पूर्ति के लिए रॉक गार्डन के सिर्फ तीसरे फेज को विवाह समारोहों के लिए किराये पर दिया जाता है।

By Sat PaulEdited By: Published: Sun, 03 Mar 2019 09:33 AM (IST)Updated: Sun, 03 Mar 2019 09:33 AM (IST)
रॉक गार्डन पर हर साल खर्च होते हैं 2.5 करोड़, इसलिए शुरू किया यह काम
रॉक गार्डन पर हर साल खर्च होते हैं 2.5 करोड़, इसलिए शुरू किया यह काम

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सबसे विशिष्ट पर्यटन स्थल रॉक गार्डन के रखरखाव का निर्वहन करने के लिए प्रशासन ने यहां विवाह व अन्य सामाजिक समारोह आयोजित करने की अनुमति देने का फैसला किया है। साइलेंस जोन में स्थित रॉक गार्डन में विवाह व अन्य समारोहों के आयोजन के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन मामले में दायर किए गए जवाब में चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा है कि रॉक गार्डन के रखरखाव का वार्षिक खर्च लगभग 2.5 करोड़ है और इस खर्च की पूर्ति के लिए रॉक गार्डन के सिर्फ तीसरे फेज को विवाह समारोहों या अन्य आयोजनों के लिए किराये पर दिया जाता है। रॉक गार्डन के तीसरे फेज में काफी खुला स्थान उपलब्ध है और यहां विजिटर्स का आना कम होता है। रॉक गार्डन में होने वाले समारोहों में आवाज को निर्धारित सीमाओं तक ही मंजूरी दी जाती है और रात दस बजे के बाद तो डीजे पूरी तरह ही बंद कर दिए जाते हैं।

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पर्यटकों को होने वाली दिक्कत के चलते दायर की गई है याचिका

शहर के वरिष्ठ नागरिक रामकुमार गर्ग ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि रॉक गार्डन में विवाह समारोहों का आयोजन किया जाना इस गार्डन के निर्माण की मूल अवधारणा के विपरीत है। आयोजन से यहां आने वाले पर्यटकों को दिक्कत होने का जिक्र करते हुए याचिकाकर्ता ने कहा कि ऐसे समारोहों के आयोजन के लिए रॉक गार्डन के तीसरे फेज को यहां आने वाले पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है।

पर डे वसूल किए जाते हैं 50 हजार रुपये

याचिकाकर्ता ने कहा कि रॉक गार्डन के तीसरे फेज के आरंभ होने के बाद इसे विवाह या अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए दैनिक किराये पर दिया जाने लगा था और चंडीगढ़ प्रशासन ऐसे कार्यक्रमों के लिए लगभग 50 हजार रुपये का किराया वसूलता था। यहां सामाजिक कार्यक्रमों में होने वाले शोर से इस क्षेत्र की शांति भंग होती है। लोगों को परेशानी होने, रॉक गार्डन के पास के क्षेत्र में गंदगी बढऩे और कुत्तों की संख्या बढऩे के चलते प्रशासन ने वर्ष 2017 में आयोजनों को बंद कर दिया था। 2018 में इसे दोबारा खोल दिया गया।

मंत्री और अधिकारी करवा चुके हैं समारोह

गौरतलब है कि 9 नवंबर 2018 को आयोजन पर रोक हटाए जाने के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के बेटे और चंडीगढ़ के चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद की बेटी का विवाह समारोह आयोजित किया जा चुका है।

एयरपोर्ट पर प्रीपेड टैक्सी बूथों के लिए निविदाएं मांगने के आदेश

चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रीपेड टैक्सी बूथों के आवंटन के लिए निविदाएं (टेंडर) आमंत्रित किए जाने के आदेश हाईकोर्ट ने जारी किए हैं। न्यायालय ने कहा है कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड जब भी एयरपोर्ट पर प्रीपेड टैक्सी बूथ स्थापित करने का फैसला ले, तो इनका आवंटन निष्पक्ष तरीके से निविदाएं आमंत्रित करके किया जाए। मामले में मोहाली एयरपोर्ट टैक्सी यूनियन द्वारा दायर की गई याचिका में मांग की गई थी कि एयरपोर्ट लिमिटेड एयरपोर्ट पर प्रीपेड बूथों को निर्माण करवाए और इनका संचालन टैक्सी यूनियनों को सौंपा जाए। मोहाली के डिप्टी कमिश्नर ने 23 जनवरी, 2017 को एयरपोर्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव अधिकारी को भेजे गए पत्र में एयरपोर्ट पर प्रीपेड टैक्सी बूथ स्थापित करने को कहा था। सुनवाई करते हुए जस्टिस तेजिन्दर सिंह ढींढसा ने कहा कि 2017 में प्रस्तावित प्रीपेड बूथों का संचालन पंजाब पुलिस द्वारा किया जाना था। प्रीपेड बूथों की स्थापना एयरपोर्ट अथॉरिटी का नीतिगत फैसला है। जब भी एयरपोर्ट अधिकारी प्रीपेड टैक्सी बूथ स्थापित करने का निर्णय लेते हैं, तो इनका संचालन निविदाएं आमंत्रित करके सौंपा जाए और याचिकाकर्ता यूनियन को भी इस निविदा प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर दिया जाए।

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