वैट घोटाले में दो क्लर्क बर्खास्त, 40 कंपनियों को भेजे गए प्रॉपर्टी अटैचमेंट के सम्मन
वैट घोटाले के मामले में यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने कार्रवाई करते हुए दो क्लर्कों को बर्खास्त कर दिया है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़ : वैट घोटाले के मामले में यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने कार्रवाई करते हुए दो क्लर्कों को बर्खास्त कर दिया है। असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी ने बताया कि इन दोनों के खिलाफ कंपनियों की फेक एंट्रीज करने व वैट रिकवर में लापरवाही बरतने की बात सामने आई थी। क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट आने के बाद क्लर्क शेफाली और पंकज पर कार्रवाई की गई है। इन दोनों के विभाग ने टर्मिनेशन ऑर्डर जारी कर दिए हैं। 2011-12 में स्पीक में कार्यरत इन दोनों क्लर्कों को एक्साइज डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया गया था। बैक डेट में एंट्री और फेक एंट्रीज क्लर्क डीङ्क्षलग प्वाइंट पर हुई थी। इसके अलावा एक ईटीओ और सीए की भूमिका भी सामने आई। जिनके इशारे पर कंपनियों की फेक एंट्रीज कर टैक्स चोरी की गई। क्राइम ब्रांच जल्द ही संदिग्ध भूमिका में आ रहे ईटीओ और सीए से पूछताछ कर कार्रवाई करेगी। फिलहाल एक्साइज डिपार्टमेंट ने क्राइम ब्रांच को किसी भी विभागीय अफसर पर कार्रवाई करने से पहले नोटिस देने के लिए कहा है।
एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने 40 कंपनियों को पंजाब लैंड रेवेन्यू एक्ट के तहत प्रॉपर्टी अटैचमेंट के नोटिस जारी किए हैं। इन कंपनियों ने फेक एंट्रीज के जरिये टैक्स की चोरी की है। इनको 31 दिसंबर तक टैक्स एवं पेनल्टी जमा करने के ऑर्डर जारी किए हैं। विभाग ने वर्ष 2011-12 में हुए वैट घोटाले में असेस्मेंट रिपोर्ट तैयार कर टैक्स की रिकवरी तेज कर दी है। पिछले एक हफ्ते में करीब 1.50 से 2 करोड़ रिकवर किया जा चुके हैं।