पंजाब कांग्रेस में खींचतान जारी, अब सिद्धू और डिप्टी सीएम रंधावा आमने-सामने, जानें सीएम पद को लेकर क्या कहा
Punjab Chunav 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने के बावजूद कांग्रेस में खींचतान जारी है। पंजाब कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री जनता तय करेंगे। दूसरी ओर राज्य के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि विधायक सीएम तय करेंगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Punjab Chunav 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बावजूद कांग्रेस के नेताओं में खींचतान जारी है। मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में मतभेद सामने आ रहे हैं और अब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के डिप्टी सीएम व गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा आमने-सामने हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने दो दिन पहले कहा था कि राज्य में अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस हाईकमान नहीं बल्कि लोग तय करेंगे।अब सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि पार्टी की यह प्रथा कभी भी नहीं रही। 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह को छोड़ कर आज तक ऐसा नहीं हुआ कि पार्टी हाईकमान ने पूर्व में मुख्यमंत्री का ऐलान किया हो।
पंजाब के गृहमंत्री बाेले- -मजीठिया गीदड़ भभकी न दें, रंधावा डरने वाला नहीं
रंधावा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा में आन दी रिकार्ड यह कह चुके हैं कि एक विधायक दो लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। अत: दो लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक ही विधायक दल की बैठक में तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।
एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए रंधावा ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र के तहत ही चुनाव लड़ेगी, व्यक्तिगत एजेंडों पर नहीं। सिद्धू का नाम लिए बगैर रंधावा ने कहा अगर किसी को अपने व्यक्तिगत एजेंडों को लागू करवाना है तो उसे चुनाव घोषणा पत्र में उसे शामिल करवाना होगा।
बता दें कि सिद्धू ने मंगलवार को अपने पंजाब माडल को लेकर चर्चा की थी। यह पहला मौका नहीं है जब उपमुख्यमंत्री और प्रदेश प्रधान के बीच वैचारिक मतभेद सामने आए हो। इससे पहले भी रंधावा कह चुके है कि मेरे गृह मंत्री बनने के बाद सिद्धू मुझसे नाराज है। अगर पार्टी हाईकमान चाहे तो वह अपना इस्तीफा सिद्धू के चरणों में रख देंगे।
रंधावा ने बिक्रम सिंह मजीठिया पर भी हमला किया। मजीठिया द्वारा यह कहना कि एफआइआर दर्ज होने के बाद वह जहां थे, इसके बारे में गृह मंत्री को पता था, के संबंध में रंधावा ने कहा, मजीठिया के बयान से अकाली दल और भाजपा के रिश्तों का पता चल जाता है। रंधावा किसकी शरण में थे और कैसे वह नाडा साहिब गुरुद्वारा पहुंच गए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि मजीठिया को कहा कि वह उन्हें गीदड़ भभकी न दें। 2012 से मैं मजीठिया के खिलाफ बोलता आया हूं और बोलता रहूंगा।
उन्होंने कहा कि अंतरिम जमानत मिलने पर मजीठिया उछल रहे हैं। जमानत तो अपराधियों व तस्करों को भी मिलती है। ड्रग्स तस्करी का कलंक उनके माथे से उसी प्रकार से नहीं हटेगा जिस प्रकार से जलियावालां बाग घटना के बाद उनके दादा सुंदर सिंह मजीठिया ने जनरल डायर को सम्मानित किया था। यह कलंक भी कभी नहीं मिटा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा, केजरीवाल दिल्ली माडल की चर्चा पंजाब में करते है। कम से कम हमें भी दिल्ली माडल दिखाए। हमें नहीं दिखा सकते तो मीडिया को ही दिखा दें। वह बताएं कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के दौरान शराब के ठेके सरकारी थे, वह अब निजी हाथों में कैसे चले गए। भाजपा के तरुण चुघ द्वारा रंधावा पर पर्चा दर्ज करने की मांग के संबंध में उन्होंने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार है, वह उन पर पर्चा दर्ज करवा दे, वह मजीठिया की तरह नहीं भागेंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर रंधावा ने कहा कि उनके पास कुछ समय पहले ही फिरोजपुर के डीएसपी (सीआईडी) सुखदेव सिंह का वीडियो आया है। इस संबंध में कमेटी गठित हो गई है। जो दोषी होंगे, उन्हें सजा मिलेगी। बता दें कि सुखदेव सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कह रहे है कि उन्होंने एसएसपी को पहले से ही बता दिया था कि किसान संगठन धरना दे सकते है और प्रधानमंत्री की रैली में गड़बड़ी पैदा कर सकते है।