पंजाब में आप को फिर एकजुट करने की कोशिश, खैहरा को मनाने में जुटे भगवंत
आम आदमी पार्टी को पंजाब में एकजुट करने की कोशिशें तेज हाे गई हैं। यह बीड़ा उठाया है सांसद भगवंत मान ने। वह खुद बागी नेता सुखपाल सिंह खैहरा को मनाने में जुटेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में एकता की कोशिशें तेज हो गई हैं और पार्टी को एक बार फिर एकजुट करने की कवायद चल रही है। बागी नेता सुखपाल सिंह खैहरा को मनाने में सांसद भगवंत मान के जुटने के संकेत हैं। पाटीा में फूट व बगावत को खत्म करने के लिए सुखपाल सिंह खैहरा गुट के बाद केजरीवाल गुट की कोर कमेटी की बैठक में भी पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।
इससे पहले खैहरा गुट तीन हफ्ते पहले पांच सदस्यीय टीम का गठन कर चुका है। आप सांसद भगवंत मान ने खुद अपना नाम कमेटी में शामिल करवाया। उन्होंने कहा कि वे खुद खैहरा को मनाने जाएंगे। क्योंकि पंजाब के हित बड़े हैं। कुछ नाराजगी है, कुछ मनमुटाव हैं। परिवारों में यह चलता रहता है। लोगों को हमसे काफी उम्मीदें हैं। मैं खैहरा को मनाने का पूरा प्रयास करूंगा। उम्मीद है वे मान जाएंगे।
प्रिंसिपल बुधराम की प्रधानगी में केजरीवाल गुट की कोर कमेटी की बैठक में सरबजीत कौर माणूके के नेतृत्व में गठित कमेटी में भगवंत मान, मीत हेयर, रूपिंदर कौर रूबी और कुलवंत सिंह पंडोरी को शामिल किया गया। इसके अलावा 'हमारा बूथ सब से मजबूत' अभियान भी शुरू करने का फैसला किया गया।
विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर को आप एससी विंग का सूबा प्रधान और विधायक कुलवंत सिंह पंडोरी को सूबा सह प्रधान नियुक्त किया गया है। बैठक में बेअदबी के मामले में सरकार की तरफ से कार्रवाई में देरी के मामले को लेकर विधायक एचएस फूलका के इस्तीफे को पार्टी ने कुर्बानी करार दिया।
डीजल, पेट्रोल व बिजली की बढ़ी दरों के विरुद्ध जनांदोलन
बैठक में तय किया गया कि जल्द ही पार्टी की तरफ से बड़े स्तर पर डीजल, पेट्रोल और बिजली की बढ़ी दरों के विरुद्ध जनांदोलन चलाया जाएगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कोर कमेटी ने तय किया कि नवंबर अंत तक सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
बैठक में भगवंत मान, हरपाल सिंह चीमा, उप नेता सरबजीत कौर माणूके, अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह संधवां, मीत हेयर, मनजीत सिंह बिलासपुर, रूपिंदर कौर रूबी, अमरजीत सिंह संदोआ और कुलवंत सिंह पंडोरी, डॉ. बलबीर सिंह, कुलदीप सिंह धालीवाल, डा. रवजोत सिंह, दलबीर सिंह ढिल्लों और गुरदित्त सिंह सेखों, सुखविंदर सुखी, जमीलू उर -रहमान और मनजीत सिद्धू मौजूद थे।