Positive India : मुसीबत में फंसे लोगों के लिए देवदूत बना True Blood Pump, लॉकडाउन में भी बचाई 28 लोगों की जान
राजू ने साल 2002 में ट्रू ब्लड पंप के नाम से एक ग्रुप बनाया। इन सभी 2500 लोगों की डिटेल राजू के पास है। ऐसे में अगर किसी को भी ब्लड की जरूरत होती है तो वे राजू को कॉल कर देते हैं
चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। कोरोना के चलते पूरे देश में लॉक डाउन है, इसी वजह से ब्लड डोनेशन कैंप भी नहीं लग पा रहे। लेकिन हजारों लोग अभी भी अस्पतालों में मौत से जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे है। ब्लड बैंक में भी ब्लड यूनिट की कमी है और लोग रक्तदान करने के लिए घर से बाहर निकल नहीं पा रहे। ऐसे मुश्किल समय में भी ट्रू ब्लड पंप ग्रुप के डोनर्स ने 24 लोगों को ब्लड और चार लोगों को प्लेटलेट्स देकर उनकी जान बचाई। राजू ने साल 2002 में ट्रू ब्लड पंप के नाम से एक ग्रुप बनाया था। इन सभी 2500 लोगों की डिटेल राजू के पास है। ऐसे में अगर किसी को भी ब्लड की जरूरत होती है तो वे राजू को कॉल कर देते हैं। राजू कहते हैं इतने सालों में कितने लोगों को मदद की उन्हें याद नहीं, लेकिन इतना याद है कि जिसका भी फोन आया उसके लिए ब्लड की व्यवस्था हो गई।
लॉक डाउन की वजह से जरूरतमदों को हो रही खासी दिक्कत
राजू ने बताया कि कोरोना की वजह से लगे लॉक डाउन में लोगों को खासी परेशानी हो रही है। उन लोगों के लिए यह समय बेहद मुश्किल है जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। इलाज या ऑपरेशन के लिए ब्लड की जरूरत रहती है, जो जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा। हमारे पास 2500 से ज्यादा ब्लड डोनर्स के मोबाइल नंबर है। जैसे ही मुझे अस्पताल से किसी जरूरतमंद को ब्लड देने का फोन आता है, मैं उस ब्लड ग्रुप से संबंधित व्यक्तियों को मैसेज कर देता हूं। उन्होंने बताया कि मेरे पास सभी डोनर्स का रिकार्ड मौजूद रहता है। इस रिकार्ड में किस डोनर का कौन सा ब्लड ग्रुप है, उसने पहले कब ब्लड दिया था, कौन से अस्पताल के नजदीक किस डोनर का घर नजदीक है, यह सब जानकारी हमारे पास रहती है। ऐसे में किसी भी जरूरतमंद को जब ब्लड की जरूरत होती है तो हमारे डोनर्स तुरंत मौके पर पहुंच जाते हैं।
कोरोना संक्रमण के डर से हो रही है दिक्कत
राजू ने बताया कि वह सालों से लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए प्रेरित करते आ रहे हैं। वह खुद 53 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं। उनका नंबर चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के तमाम अस्पतालों में मौजूद है। तमाम डॉक्टर भी जानते हैं, ऐसे में वह इमरजेंसी की स्थिति में डॉक्टर हमें फोन कर देते हैं। डॉक्टरों को भी मालूम है कि हम तुरंत व्यवस्था करवा देते हैं, लेकिन दिक्कत यह है कोरोना संक्रमण का खतरा सभी के लिए है। बावजूद इसके हमारे डोनर्स अपनी जान की परवाह किए बिना तुरंत मौके पर पहुंच जाते है। हमने अपने डोनर्स को खास हिदायत दी है कि वह मास्क और खुद को अच्छी तरह सेनिटाइज करके ही अस्पताल में जाएं।
राजू बोले- पूरे देश में ब्लड मुहैया करवा सकते हैं
ग्रुप एडमिन राज के मुताबिक शहर में ही नहीं, बल्कि वे पूरे देश में कहीं भी जरूरत पड़ने पर ब्लड मुहैया करवा सकते हैं। इसी तरह का काम करने वाले कई एनजीओ और संगठन उनके संपर्क में हैं। ऐसे में अगर किसी दूसरे शहर का कोई व्यक्ति पीजीआइ में इलाज करने के लिए आता है, तो वहां के संगठन हमें फोन कर देते हैं। अगर चंडीगढ़ के किसी व्यक्ति को अन्य शहर में ब्लड की जरूरत पड़ती है, तो हम वहां पर व्यवस्था करवा देते हैं। राजू ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर घर से बाहर निकलना जरूरी हो, तो मास्क लगा कर ही निकलें। वहीं घर वापस आने पर खुद को अच्छी तरह से सेनिटाइज करें।
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