तिवारी और बंसल को साथ लाकर कांग्रेस ने दिखाई एकजुटता
कांग्रेस पार्टी ने वीरवार को एकजुटता दिखाने का प्रयास किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कांग्रेस पार्टी ने वीरवार को एकजुटता दिखाने का प्रयास किया। मौका था हाफिज अनवर हल हक और उनकी पत्नी जन्नत जहां के कांग्रेस में शामिल होने का। मौके पर शहर से कांग्रेस कैंडिडेट पवन बंसल और आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार मनीष तिवारी ने एक साथ मंच साझा किया। जबकि तिवारी शहर से कांग्रेस की टिकट मांग रहे थे। अभी तक शहर में बंसल और तिवारी गुट के बीच छत्तीस का आकड़ा रहा है, लेकिन रविवार को मनीष तिवारी ने पवन बंसल की जमकर प्रंशसा करते हुए कहा कि वे सारे इकट्ठे हैं। पवन बंसल के साथ उनके 30 से 35 साल तक पारिवारिक संबंध रहे हैं। बंसल को जीतवाने के लिए वह जितना योगदान दे सकते हैं, देंगे। वहीं, भाजपा में अभी टिकट के लिए अलग-अलग गुटों में लड़ाई जारी है। पहली बार चंडीगढ़ में बंसल और तिवारी कांग्रेस भवन में एक साथ इकट्ठे हुए। वहीं, कांग्रेस से टिकट मांगने वाली नवजोत कौर सिद्धू से भी बंसल ने अपील की है कि वे भी चंडीगढ़ आकर उनके लिए प्रचार करें। बंसल ने कहा कि पार्टी की ओर से हाईकमान से अपील की गई है कि नवजोत सिंह सिद्धू को भी चंडीगढ़ में प्रचार के लिए भेजा जाए। पार्टी जहां से चाहेगी, लड़ना पडे़गा
चंडीगढ़ से टिकट न मिलने के सवाल पर मनीष तिवारी ने कहा कि यह पार्टी तय करती है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि जन्नत जहां और उनके पति हाफिज अनवर के कांग्रेस में आने से बंसल के प्रचार को मजबूती मिलेगी। मालूम हो कि साल 2014 में बसपा टिकट पर जन्नत जहां ने लोकसभा चुनाव लड़ा था, जबकि वह नगर निगम की पार्षद भी रह चुकी हैं। जबकि उनके पति हाफिज साल 2009 में राष्ट्रीय जनता दल की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। मौके पर किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, पंजाब के कैबिनट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, विधायक कुलजीत नागरा और कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने भी भाग लिया। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। रिषभ पंत को लिया जाना चाहिए था टीम में
पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि वे इससे पहले 1985 में चंडीगढ़ आए थे। उस समय यहां पर वन डे मैच था, उस समय के शहर और अब के चंडीगढ़ में काफी अंतर आ गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप के लिए चयनित की गई टीम को वह बधाई देते हैं, लेकिन अगर रिषभ पंत को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाता, तो अच्छा रहता। पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मुसलमानों को गोलबंद होने की नसीहत देने के बयान के सवाल पर अजहरुद्दीन ने कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और कांग्रेस को सभी समुदाय के लोगों के वोट की जरूरत है। सिद्धू राजनीति में माहिर हैं और उनके खास दोस्त है। वह उनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते हैं। उन्होंने मायावती और योगी द्वारा हाल में दिए गए विवादित बयान पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। चुनाव आयोग को सख्ती करनी चाहिए। व्यापारी जीएसटी से तंग आ चुके हैं। पवन बंसल के जीतने पर जो चंडीगढ़ की दुर्दशा हो गई है, उसमे सुधार आएगा और चंडीगढ़ फिर से नंबर वन बनेगा। भाजपा मान चुकी है हार इसलिए उम्मीदवार नहीं कर रही घोषित
पवन बंसल ने कहा कि अभी तक भाजपा ने उम्मीदवार तय नहीं किया है, ऐसे में लगता है कि बीजेपी अभी से हार मान चुकी है। सांसद किरण खर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ नौकरी की आयु सीमा बढ़ाने का काम किया है, लेकिन इसका भी युवाओं को कोई फायदा नहीं मिला, क्योंकि उसके बाद किसी को सरकारी नौकरी ही नहीं मिली।