कोरोना मरीजों के लिए चंडीगढ़ में तीन हजार बेड
कैटेगरी के मरीजों को तीन हजार बेड उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन तैयार है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सामान्य और गंभीर दोनों कैटेगरी के मरीजों को तीन हजार बेड उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन तैयार है। वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, पीपीई और दवाओं की मरीजों के लिए कोई कमी नहीं है। यह जानकारी एडवाइजर मनोज परिदा ने शुक्रवार को कोरोना पर वॉर रूम मीटिग के दौरान दी। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया गाइडलाइंस अनुसार रेगुलर टेस्टिंग हो रही है। साप्ताहिक तौर पर सभी कंटेनमेंट जोन को रिव्यू किया जा रहा है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने पीजीआइ सहित तीनों मेडिकल इंस्टीट्यूसन की गतिविधियों को रिव्यू किया। टेली मेडिसन वर्क के दौरान रोजाना 900 से अधिक मरीजों को हैंडल किया जा रहा है। इस पर प्रशासक बदनौर ने संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने डॉक्टरों को सलाह दी कि वह नॉन कोविड केस पर भी फोकस करें। प्रशासक ने मानसून के दौरान आने वाली पानी या हवा से उत्पन्न होने वाली बीमारियों की रोकथाम की तैयारियां रखने के आदेश दिए। टीबी, डेंगू जैसे नियमित हेल्थ प्रोग्राम भी चालू रहने चाहिए। विदेश से 116 लोग पहुंचे चंडीगढ़
प्रिसिपल सेक्रेटरी हेल्थ अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि विदेशों से 116 पैसेंजर चंडीगढ़ आए हैं। सभी जरूरी टेस्टिंग के बाद इनमें से 29 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। बाकी होटलों में क्वारंटाइन हैं। जो यात्री विदेशों से आ रहे हैं उनका कोरोना टेस्ट भी हो रहा है। डोमेस्टिक फ्लाइट के जरिये 281 यात्री चंडीगढ़ आए हैं। उनको घरों में सेल्फ मॉनीटरिग के लिए सलाह दी गई है। डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि सेक्टर-38 और 52 से सफलतापूर्वक कंटेनमेंट जोन हटाया जा चुका है। बापूधाम कॉलोनी में सूखा राशन बांटा जा रहा है। फ्री टिकट से जा रहे प्रवासी
फाइनेंस सेक्रेटरी एके सिन्हा ने बताया कि प्रवासी मजदूरों से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों को चंडीगढ़ में पहले से लागू किया गया है। सभी प्रवासी मजदूरों को फ्री टिकट, कंपलीमेंट्री फूड-वाटर और मेडिकली स्क्रीनिग हो रही है। 40 हजार प्रवासी चंडीगढ़ से अपने मूल निवास जा चुके हैं।