किशनगढ़ Union Bank में चोरी की वारदात में तीन संदिग्ध राउंडअप
पुलिस उनके माध्यम से आरोपित चोर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। वही पुलिस की दूसरी टीम आरोपित की तलाश और पैसों की रिकवरी में छापमारी भी करने में लगी है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। किशनगढ़ स्थित यूनियन बैंक अॉफ इंडिया में सात लाख 60 हजार 500 रूपये की चोरी के मामले में आइटी पार्क थाना पुलिस ने तीन संदिग्ध लोगों को राउंडअप किया है। सूत्रों के अनुसार संदिग्ध की वारदात में भूमिका नहीं है, लेकिन आरोपित नकाबपोश के बारे में जानकारी हो सकती है। फिलहाल, पुलिस उनके माध्यम से आरोपित चोर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। वही, पुलिस की दूसरी टीम आरोपित की तलाश और पैसों की रिकवरी में छापमारी भी करने में लगी है।
यूनियन बैंक अॉफ इंडिया के किसी एक कर्मचारी पर आरोपित के मिले होने का संदेह है। दरअसल, एटीएम ब्रांच की मशीन का अॉपरेशनल कोड खोलकर वारदात को अंजाम दिया गया है। जबकि इस कोड की जानकारी बैंक से जुड़े सिर्फ दो अधिकारियों के पास ही थी। इसके बावजूद चोर को कोड की जानकारी लगना ही अपने आप में संदेह पैदा करता है। फिलहाल, पुलिस अभी आरोपित के गिरफ्तार होने तक इस प्वाइंट पर पड़ताल होने का दावा करने में लगी है।
एरिया में पुलिसकर्मियों की बढ़ाई पेट्रोलिंग
इससे पहले 30 मई को भी किशनगढ़ एरिया स्थित एक बैंक ब्रांच में चोरी की वारदात करने की कोशिश की गई थी। हालांकि आरोपित अपने मंसूबे में नाकाम होने के बाद खाली हाथ भाग गए थे। जबकि दूसरी बार में एक आरोपित नकाबपोश यूनियन बैंक अॉफ इंडिया में वारदात कर फरार हो गया। लॉकडाउन के दौरान पेट्रोलिंग होने के बावजूद पुलिस ने मुस्तैदी ज्यादा बढ़ा दी है। इसके बावजूद आरोपित वारदात को अंजाम देकर चला गया।
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मोहाली पीएनबी लूट मामले में कुछ संदिग्धों को किया राउंडअप
बुधवार दोपहर दिनदिहाड़े फेज-3ए स्थित कामा होटल के साथ पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच से चार लाख 80 हजार रुपये लूट मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को राउंडअप किया है। सूत्रों के अनुसार जिन्हें पुलिस ने राउंडअप किया है। वह हिस्ट्री शीटर हैं और कई डकैती मामलों में नामजद भी हैं। पुलिस ने उन्हें थाने बुलाया और बुधवार को लूट को अंजाम देने वाले लुटेरों की सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीरों से उनका हुलिया मिलाया। बाद में उन्हें पूछताछ के लिए सीआइए स्टाफ भी ले जाया गया। सूत्रों के अनुसार पुलिस इस मामले में यह मानकर चल रही है कि जिन लुटेरों ने इस वारदात को अंजाम दिया है वह बैंक के हालातों को बेहतर तरीके से जानते थे, उन्हें पता था कि बैंक में केवल महिला स्टाफ है और न ही वहां कोई सिक्योरिटी गार्ड है। दोपहर को लंच का समय होने के चलते बैंकों में भीड़ कम होती है इसलिए उन्होंने यह समय चुना। फिलहाल पुलिस अपनी अलग-अलग थ्योरियों पर काम कर रही है। एसएचओ सोहाना ने दावा किया है कि जल्द ही इस मामले की गुत्थी को सुलझा लिया जाएगा। जिक्रयोग है कि बुधवार करीब पौने दो बजे दो युवकों ने पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में घुसकर चार लाख 80 हजार रुपये की लूट को अंजाम दिया। लुटेरों की उम्र 30-35 साल बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में सोहाना थाने में अज्ञात युवकों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया है।