गैंगस्टर बिश्नोई-बिसौदी गैंग से गन लेकर दो छात्र नेताओं की हत्या करने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार
हत्या के समय विनीत और अजय पर गोलियां चलाने के बाद तीसरे युवक मोहित पर आरोपितों ने गोली नहीं चलाई थी। तीसरा टारगेट आशू नैन था।
चंडीगढ़, जेएनएन। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और राजू बिसौदी गैंग से गन लेकर सेक्टर-15डी स्थित पीजी हाउस की पहली मंजिल के फ्लैट में हिंदुस्तान स्टूडेंट्स एसोसिएशन के दो छात्र नेताओं की गोली मारकर हत्या करने वाले तीन आरोपितों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। किशनगढ़ चौक के पास हत्थे चढ़े आरोपितों से हरियाणा नंबर की दो पोलो कार, दो पासपोर्ट, दो कंट्री मेड पिस्टल और चार कारतूस बरामद हुए हैं। तीनों की पहचान गैंगस्टर बिश्नोई, बिसौदी और संपत नेहरा के करीबियों के तौर पर हुई है।
मुख्य आरोपित हरियाणा के जिला सोनीपत स्थित गांव कथूरा निवासी साढ़े 18 वर्षीय अंकित नरवाल, पानीपत स्थित गांव डाहर निवासी 21 वर्षीय सुनील उर्फ शीलू (पानीपन में बीए का स्टूडेंट और ऑर्म्स एक्ट में भगोड़ा) और जींद के गांव लुधाना निवासी 10वीं पास 19 वर्षीय विक्की उर्फ कालिया के तौर पर हुइ है। 17 दिसंबर को किए दो मर्डर 17 दिसंबर की रात सेक्टर-32 एसडी कॉलेज से फाइनल ईयर के छात्र निवासी ब्रहकला, जींद निवासी 21 वर्षीय अजय शर्मा और सेक्टर-11 पीजीजीसी के बीएससी फाइनल ईयर के छात्र और जींद की डिफेंस कॉलोनी निवासी 20 वर्षीय विनीत कुमार की हत्या पांच बदमाशों ने की थी। हत्या करने वाले तीनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस आज रिमांड मांगेगी।
हत्या की वजह कॉलेज की लड़ाई
एसपी क्राइम मनोज कुमार मीणा ने बताया कि अंकित नरवाल और आशू नैन की कॉलेज टाइम से टशन चल रही थी। 16 नवंबर को सेक्टर-10 डीएवी कॉलेज के सामने लड़ाई हुई थी। उन्होंने एक-दूसरे पर बीयर की बोतलों से हमला कर घायल किया था। इसके बाद 12 दिसंबर को भी दोनों पक्षों में चंडीगढ़ के अंदर लड़ाई हुई थी। दोनों वारदात में आशू नैन के साथ अजय और विनीत शामिल थे। तीनों युवक आरोपितों के निशाने पर थे। हत्या के समय विनीत और अजय पर गोलियां चलाने के बाद तीसरे युवक मोहित पर आरोपितों ने गोली नहीं चलाई थी। तीसरा टारगेट आशू नैन था।
यहां-यहां भागे, गैंग के गुर्गो ने की मदद
हत्या के बाद आरोपित सीधे मुंबई निकल गए। उसके बाद गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के ठिकाने पर छिपकर बैठे थे। सूत्रों की मानें तो इस दौरान गैंगस्टरों के गुर्गों ने आरोपितों की मदद की थी। आरोपित अंकित और विक्की के पास पासपोर्ट भी मिला है। पुलिस का दावा है कि आरोपित मुख्य टारगेट आशू नैन की हत्या करने के बाद सीधा भारत से बाहर भागने की फिराक में थे। इसी पासपोर्ट पर अंकित पहले ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, सिंगापुर और विक्की थाईलैंड और सिंगापुर जा चुका है।
नैन की हत्या करने आए, अंकित कर रहा था पीयू में एडमिशन की कोशिश
क्राइम ब्रांच डीएसपी राजीव अबिष्ता के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रंजीत सिंह, एसआइ अशोक कुमार, सतविंदर सिंह ने आरोपितों को दबोचा हैं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि सेक्टर-15 में बसने वाले आशू नैन की हत्या करने चंडीगढ़ आ रहे थे। वहीं, पूछताछ में खुलासा हुआ कि अंकित नरवाल 12वीं पास है और वह पंजाब यूनिवर्सिटी में बीए में एडमिशन लेने की कोशिश कर रहा है। उसका छात्र संघ पार्टी से संबंधित वायरल पोस्टर झूठा था।