बिना मंजूरी हो रहे निर्माण रोकने पहुंचे जेई-एसडीओ को गिरफ्तार करने की धमकी
शहर में प्रशासन की मंजूरी के बिना एक नया पत्थर भी नहीं लग सकता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर में प्रशासन की मंजूरी के बिना एक नया पत्थर भी नहीं लग सकता है। लेकिन यूटी पुलिस प्रशासन के वास्तुकार विभाग से मंजूरी लिए बिना शहर में कई जगह अटल सहभागिता केंद्र (बीट बॉक्स) बना रही है। मंगलवार को सेक्टर-10 के लेजर वैली पार्क के पास वी-3 रोड के किनारे पर ईटों का नया बीट बॉक्स का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। लेकिन जब नगर निगम के जेई सुरेश हांडा ने यहां पर जाकर काम रुकवाने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में लेने का प्रयास किया। हांडा का आरोप है कि उनके साथ उनका बेटा और एक कर्मचारी भी था। पुलिस ने उन तीनों के मोबाइल छीनकर अपने सरकारी ट्रक पर जबरदस्ती बैठा लिया। सूचना मिलने पर एसडीओ अनुराग बिश्नोई भी पहुंच गए। बिश्नोई का भी आरोप है कि उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार करने की धमकी दी। यहां पर मामला काफी गर्मा गया। मालूम हो कि शहर में इस तरह के कई जगह बीट बॉक्स बनाए गए हैं। जिसकी प्रशासन के वास्तुकार विभाग से कोई मंजूरी नहीं ली गई है। नगर निगम के एसडीओ ने मौके पर थाना प्रभारी जसवाल सिंह से मंजूरी मांगी तो उन्होंने कहा कि मंजूरी के लिए विभाग आवेदन कर चुका है। निर्माण स्थल पर थाना प्रभारी की एसडीओ अनुराग बिश्नोई की बातचीत भी हुई। लेकिन वे भी पुलिस को रोक नहीं पाए। जबकि बनाए गए निर्माण को तोड़ने गए कर्मचारी भी वापस लौट आए। कई जगह किए गए हैं बिना मंजूरी निर्माण
नगर निगम ने इस संबंध में अपनी डिटेल रिपोर्ट बनाकर सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजय अरोड़ा को दे दी है। हंगामा होने के बावजूद पुलिस ने बीट बॉक्स के निर्माण का काम नहीं रुकवाया। मनीमाजरा, रामदरबार और सेक्टर-8 में भी इस तरह के बीट बॉक्स पहले से बनाए गए हैं। मालूम हो कि अगर शहर में कहीं पेवर ब्लॉक भी लगाने होते हैं तो भी वास्तुकार विभाग से मंजूरी लेनी होती है। कोई फाइल नहीं मिली : सेतिया
मुख्य वास्तुकार कपिल सेतिया का कहना है कि इस तरह की मंजूरी इंजीनियरिग विग लेता है लेकिन इस तरह के बीट बॉक्स का निर्माण करने की कोई मंजूरी की फाइल उनके पास नहीं आई है। आवेदन दे चुके हैं : थाना प्रभारी
सेक्टर-3 पुलिस थाना प्रभारी जसपाल सिंह का कहना है कि आलाधिकारियों के निर्देश पर ही अटल सहभागिता केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। मंजूरी के लिए आवेदन हो चुका है। इस केंद्र का शहरवासियों को काफी फायदा मिलेगा। यह 24 घंटे खुला रहेगा। फाइल एसई को भेजी : शर्मा
कार्यकारी अभियंता रविदर शर्मा का कहना है कि एसडीओ अनुराग बिश्नोई द्वारा जानकारी देने के बाद रिपोर्ट बनाकर फाइल एसई को भेज दी गई है। मौके पर पुलिस कोई भी मंजूरी नहीं दिखा पाई।