नम आंखों से प्रवासी बोले- इस शहर से प्यार मिला, लौटेंगे जरूर
लॉकडाउन के बाद लोगों को रोजगार में नुकसान हो रहा है। इनमें सबसे ज्यादा वे लोग शामिल हैं जो रोजाना दिहाड़ी लगाकर अपने घर को चलाते हैं।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
लॉकडाउन के बाद लोगों को रोजगार में नुकसान हो रहा है। इनमें सबसे ज्यादा वे लोग शामिल हैं जो रोजाना दिहाड़ी लगाकर अपने घर को चलाते हैं। शहर से प्रवासी लोगों का पलायन
रविवार को भी जारी रहा लेकिन इस दौरान अपने गंतव्य जा रहे लोगों की आंखों में शहर को छोड़ने का गम दिखाई दिया। कई प्रवासी लोगों ने दैनिक जागरण से की गई बात के दौरान बताया की वे यहां कई वर्षों से रह रहे हैं। इस शहर से उन्हें जो प्यार मिला है उसे वह कभी नहीं भूल सकते। लोगों ने कहा कि अभी हालात ठीक नहीं है इसलिए वह अपने घर जा रहे हैं, लेकिन जब हालात सामान्य होंगे तो वह चंडीगढ़ जरूर वापस लौटेंगे। रविवार को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से यूपी के हरदोई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1600 प्रवासी लोगों को भेजा गया। सेक्टर-26 स्थित सीसीईटी में सुबह से एकत्रित लोगों की मेडिकल जांच के बाद उन्हें रेलवे स्टेशन भेजा गया। 29290 प्रवासी लोग भेजे जा चुके अभी तक
शहर में दूसरे राज्यों के रह रहे प्रवासी लोगों को भेजने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक शहर से 29290 प्रवासी लोगों को उनके घर तक पहुंचाया गया। इनमें से श्रमिक स्पेशल ट्रेन द्वारा 27313 लोग और बसों के माध्यम से 1977 लोगों को भेजा गया है। मंगलवार को लखनऊ जाएगी स्पेशल श्रमिक ट्रेन
चंडीगढ़ प्रशासन और रेलवे में ईद को ध्यान में रखते हुए सोमवार को स्पेशल श्रमिक ट्रेन को न चलाने का फैसला लिया है। इसके साथ ही मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ जंक्शन के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से जाएगी। जो मुरादाबाद, शहजानपुर और बरेली होते हुए लखनऊ पहुंचेगी। बड़ी संख्या में लोग कर रहे जाने से इन्कार
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर चंडीगढ़ प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि प्रवासी लोग अब पलायन करने से परहेज कर रहे हैं। अभी तक करीब सात हजार लोगों ने घर जाने के लिए मना किया है। लोग यह कहकर मना कर रहे हैं कि अब काफी कुछ खुल रहा है तो घर जा कर क्या करेंगे।
-मैं 12 साल से चंडीगढ़ में रह रही हूं। कोठियों में लोगों के घरों पर खाना बनाने का काम करती थी। लॉकडाउन के बाद काम नहीं रहा। जैसे हालत सामान्य होंगे वापस आकर काम करूंगी।
-उमा -लॉकडाउन चार में सरकार द्वारा काफी ढील दी गई है। लेकिन मैं एक रेस्टोरेंट में काम करता था और अभी फिलहाल रोस्टोरेंट बंद हैं। काम ना होने की वजह से घर जा रहा हूं।
-दीपक -मैं हाई कोर्ट की कैंटीन में काम करता था। अभी कैंटीन बंद है, काम नहीं है इस वजह से घर जा रहा हूं। हालात सामान्य होने के बाद वापस आकर कोई काम देखूंगा।
-विवेक कुमार