मोहाली में लूट के आरोपित एएसआइ रशप्रीत का तीसरा साथी विकास अभी भी फरार
सेक्टर-71 में रहने वाले बिल्डर नरेश खन्ना के घर में एक्साइज डीएसपी बनकर नकदी व ज्वेलरी लूटने का प्रयास करने वाले पंजाब पुलिस के एएसआइ रशप्रीत और कांस्टेबल द¨वदर का तीसरा साथी बाउंसर विकास अभी भी फरार चल रहा है।
मोहाली, जेएनएन। सेक्टर-71 में रहने वाले बिल्डर नरेश खन्ना के घर में एक्साइज डीएसपी बनकर नकदी व ज्वेलरी लूटने का प्रयास करने वाले पंजाब पुलिस के एएसआइ रशप्रीत और कांस्टेबल दविंदर का तीसरा साथी बाउंसर विकास अभी भी फरार चल रहा है। 22 दिसंबर की वारदात के बाद से आरोपित बाउंसर विकास फरार है। मटौर थाना पुलिस लगातार इस फरार आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। मामले में मटौर थाना पुलिस वह रिवाल्वर भी बरामद कर चुकी है जो आरोपित बिल्डर नरेश खन्ना को डराने के लिए लाए थे। वारदात में इस्तेमाल की गई स्िवफ्ट कार भी रिकवर कर ली गई है।
छह दिन के रिमांड के बाद भेजा जेल इंवेस्टिगेशन आफिसर ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपित एएसआइ रशप्रीत और कांस्टेबल द¨वदर को छह दिन के पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पकडे़ गए दोनों आरोपित और फरार चल रहा बाउंसर विकास तीनों आसपास के गांव के ही रहने वाले हैं। जिस दिन लूट की घटना को अंजाम दिया गया उस दिन दोनों द¨वदर के घर में ही थे। रात करीब आठ बजे द¨वदर की मां को यह बोलकर निकले कि नाइट ड्यूटी जा रहे हैं।
आरोपित विकास गाड़ी में दोनों का इंतजार कर रहा था। इसके बाद एएसआइ रशप्रीत और कांस्टेबल द¨वदर बिल्डर खन्ना के घर में वर्दी पहनकर दाखिल हुए। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वर्दी इसलिए पहनी ताकि बिल्डर रात होने के बावजूद घर का दरवाजा खोल सके। घर में घुसते ही रशप्रीत ने खुद को एक्साइज डिपार्टमेंट का डीएसपी बताया और घर में रखी नकदी और गहने टेबल पर रखने के लिए कहा। बिल्डर खन्ना को दोनों पर शक हुआ इसलिए उन्होंने उनसे आइकार्ड मांगा। इसी बात से दोनों लुटेरे घबरा गए और उनको पीट कर वहां से भाग गए। यह सारी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी।