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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी से बदली जा रही सोच : कन्हैया

उन्होंने अलटर्नेट राजनीति पर व्याख्यान दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 10:11 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 10:11 PM (IST)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी से बदली जा रही सोच : कन्हैया
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी से बदली जा रही सोच : कन्हैया

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जेएनयू के पूर्व स्टूडेंट काउंसिल प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार ने पंजाब कला भवन सेक्टर-16 में आयोजित व‌र्ल्ड पंजाबी कान्फ्रेंस में रविवार को शिरकत की। उन्होंने अलटर्नेट राजनीति पर व्याख्यान दिया। कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का इस्तेमाल करके लोगों की सोच को बदला जा रहा है। कन्हैया कुमार ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का पक्ष लेते हुए कहा कि यदि वे पाकिस्तान गए तो उन्हें देशद्रोही घोषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई, लेकिन जब प्रधानमंत्री खुद जाते हैं तो उसे राजनीतिक रणनीति बताते हैं। पुलवामा अटैक के बाद सिद्धू बोलते हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म, मजहब और देश नहीं होता तो वे देशद्रोही, लेकिन जब प्रधानमंत्री के रक्षा सलाहकार का बेटा पाकिस्तान के साथ व्यापार करता है, तो वह सही है। अपनी अभिव्यक्ति को पेश करने वालों को देशद्रोही बड़ी तेजी से बताया जा रहा है। सरकार को घेरने का प्रयास

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कन्हैया ने कहा कि लोगों को ज्यादा क्या दिखाना है, उनसे क्या कराना है, यह सब बहुत आसान हो गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी गलत नहीं है, लेकिन उसे अपने अनुसार चलाने के बजाय उसके अनुसार चलना गलत है। आज हमने टीवी पर क्या देखना है, इसके बारे में नहीं सोचा जाता, बल्कि यह पहले सोचा जाता है कि हमने कैसे खुद का प्रचार करना है, उसके लिए कौन से प्रोग्राम दिखाने हैं, इसका चुनाव हो जाता है। मौके पर उन्होंने भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास किया और नीतियों पर सवाल उठाए। मंदिर के लालच में लोगों को बना रहे पागल

कन्हैया ने ¨हदुत्व पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मंदिर बनाने का लालच देकर लोगों को पागल बनाया जा रहा है, सोचने वाली बात है कि उसका काम करने का ठेका विदेशों को दिया जाता है। उन्होंने वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर कहा कि इतनी बड़ी प्रतिमा बनाने का काम विदेशी कंपनी को दे दिया। जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति बनवाई जा रही है, लेकिन उसे बनाने के लिए लाइब्रेरी फंड में कट लगाया जा रहा है। विकास के लिए संस्कृति और धर्म को कदम मिलाकर चलाना होगा। ¨हदुत्व गलत नहीं है, लेकिन उसके लिए दूसरे धर्म मजहबों नकारना गलत है। कम्यूनिस्ट का वजूद नहीं तो डर क्यों है, देशद्रोही का ठप्पा क्यों है

कन्हैया ने कहा कि आज कम्यूनिस्ट विचारधारा को खत्म करने के लिए बोला जाता है कि इसका कोई वजूद नहीं है, लेकिन यदि वजूद नहीं है तो फिर कम्यूनिस्टों से डर क्यों। कम्यूनिस्टों पर देशद्रोही होने का ठप्पा क्यों लगाया जाता है। दूसरों का डर और देशद्रोही घोषित करना साबित करता है कि कम्यूनिस्टों का वजूद खत्म नहीं हुआ है, बल्कि बढ़ रहा है। इसमें युवा जुड़ रहे हैं।


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