केसरी में दिखेंगे सिख सिपाहियों की बहादुरी के किस्से, पटियाला के प्रोफेसर निभा रहे सैनिक का किरदार
ब्रिटिश हुकूमत के समय 36 सिख रेजीमेंट के 21 सिपाहियों ने बहादुरी से 10000 अफगान लड़ाकों को धूल चटाई थी।
चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। ब्रिटिश हुकूमत के समय 36 सिख रेजीमेंट के 21 सिपाहियों ने बहादुरी से 10,000 अफगान लड़ाकों को धूल चटाई थी। फिल्म केसरी में इस बहादुरी को फिर से बड़े पर्दे में दिखाया जाएगा। इसमें एक और चीज खास है, वो है इन 21 सिपाहियों द्वारा पहनी जाने वाली पगड़ी। जिसे शहर के पब्बी और सुक्खी ने पहनाया है। लंबे समय से पगड़ी कोच पब्बी ने कहा कि 1897 के पीरियड को दिखाने के लिए पगड़ी अहम रही। उन्होंने बचपन में किताबों और तस्वीरों में पगड़ी पहनने का वो तरीका देखा है। ऐसे में फिल्म के लिए जब ऑफर आया, तो वैसी ही पगड़ी पहनाई। पटियाला के खालसा कॉलेज में बॉटनी प्रोफेसर राजदीप सिंह धालीवाल भी इस फिल्म में अभिनय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय तक थिएटर करते रहे मगर कभी फिल्मों की ओर रूख नहीं किया। केसरी फिल्म के ऑडिशन के बारे में पता चला, तो दिया। मेरा चुनाव भी हुआ और इसके बाद मुंबई जाना हुआ। वहां वर्कशॉप के दौरान कैमरा हैंडलिग सीखी। इस दौरान मुझे सैनिक राम सिंह का किरदार दिया गया। उन्होंने कहा कि निर्देशक अनुराग सिंह ने मेरा कई बार ऑडिशन भी लिया। मुझे खुशी है कि पगड़ी के साथ भी कलाकारो को हिदी फिल्म में काम मिल रहा है। एक सिख होने के नाते मुझे फिल्म में बहुत अच्छा अनुभव हुआ। जहां पगड़ी को लेकर इतनी सजगता थी। निर्देशक और अक्षय कुमार ने शूटिग के दौरान कड़े नियम बनाए थे, जहां कही भी पगड़ी का अपमान न हो।
अक्षय को पसंद आई पगड़ी
फिल्म केसरी के सेट में पब्बी और सुक्खी पगड़ी पहनाने के बाद फिल्म के कलाकारों के साथ।
पब्बी ने कहा कि उन्होंने सुक्खी के साथ सेट पर जाकर पहले पगड़ी बांधकर दिखाई। उस दौरान फिल्म के निर्देशक अनुराग बासु वहां मौजूद थे। उन्होंने पगड़ी को पसंद किया, इसके बाद खुद अभिनेता अक्षय कुमार भी आए। उन्हें भी हमारी पगड़ी का स्टाइल पसंद आया। इसके बाद हम दो टीम में बंट गए। अक्षय कुमार के लिए एक टीम काम करती तो दूसरी टीम बाकी सिपाहियो के लिए। पब्बी ने कहा कि अक्षय ने पगड़ी की बहुत इज्जत की। उन्होंने कहा कि शूटिंग होने या इसके दौरान कोई स्मोकिंग नही करेगा। साथ ही दस्तार का खास ख्याल रखा जाए।
एक पगड़ी पर लगा 18 मीटर कपड़ा
फिल्म केसरी में सिपाही राम सिंह के किरदार में पटियाला के प्रो. राजदीप सिंह धालीवाल।
पब्बी ने कहा कि हर कलाकार की पगड़ी पर करीब 18 मीटर कपड़ा लगा। इसमें 15 मीटर कपड़ा तो केवल पगड़ी और इसके अंदर तीन मीटर कपड़ा सपोर्ट के लिए लगाया। इसके अलावा पगड़ी पर लगने वाला चकरन भी खास रूप से बनाया गया। आमतौर पर एक पगड़ी पर 5-6 मीटर कपड़ा इस्तेमाल होता है।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अब पगड़ी का काफी नाम
पब्बी ने कहा कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अब पगड़ी का काफी नाम हुआ है। अब कई कलाकार पगड़ी में दिखते हैं। ऐसे में हमें काम भी मिला है। मैंने खुद 1985 में पगड़ी की कोचिंग देना शुरू किया। हालांकि अभी भी दस्तार सेवा के लिए मुफ्त में ही पगड़ी पहनाता हूं। हां, फिल्म इंडस्ट्री के लिए जरूर हम चार्ज करते हैं। इससे पहले मैंने दंगल, फिल्लोरी और कई हिदी फिल्मों में काम किया। केसरी फिल्म तो पूरी ही एतिहासिक लड़ाई पर है, तो ऐसे में इसमें काफी मजा आया। खुशी हुई कि पगड़ी को इतनी अहमियत मिली।