डरावने सपनों से चाहते हैं छुटकारा... तो सोने से पहले रखें इन बातों का खास ध्यान
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुरेश प्रभाकर का कहना है कि तनाव से बचना है तो अपने घर में लाइब्रेरी बनाएं। वहां अपनी और बच्चों की पसंद की किताबें रखें और सोने से पहले कुछ पन्ने जरूर पढ़ें।
चंडीगढ़ [वीणा तिवारी]। क्या आपको रात में डरावने सपने आते हैं? अगर हां तो सोने से आधे घंटे पहले अपनी पसंद की वे सारी हेल्दी चीजें बेफिक्र होकर करें जिनसे आपको खुशी मिलती है। हां, बस इसका ध्यान रखें कि उस वक्त Mobile या अन्य गैजेट्स आपके पास न हो। फिर देखिये कितने मीठे और प्यारे सपनें आते हैं। ये हम नहीं कहते, यह कहना है PGI Neurology Department के पूर्व HOD प्रो. सुरेश प्रभाकर का। डॉ. सुरेश दिमाग पर बढ़ रहे दबाव से होने वाली समस्याओं के लिए काफी हद तक ठीक तरीके से नींद न लेने को जिम्मेदार मानते हैं।
घर में बनाएं छोटी लाइब्रेरी
डॉ. सुरेश का कहना है कि तनाव से बचना है तो अपने घर में लाइब्रेरी बनाइये। वहां अपनी और बच्चों की पसंद की किताबें रखें। ऐसा करके बच्चों में बढ़ रही Mobile की आदत को भी बदला जा सकता है। सोने से पहले लाइब्रेरी में सबके साथ कुछ पल बिताएं। पसंद की किताब के एक या दो पन्ने पढ़ें। मौजूदा समय में घर का हर सदस्य अपने खाली समय में Mobile पर चैट करता नजर आता है। बच्चे ये देखकर Mobile Addict हो रहे हैं। उन्हें हेल्दी माहौल देने के लिए यह उपाय अपनाना चाहिए। उसके बाद नींद न आने की शिकायत हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। इससे तनाव काफी कम किया जा सकता है।
बेफिक्र सोयेंगे तो जागेंगे फ्रेश
डॉ. सुरेश का कहना है कि सोने से पहने तनाव भरे मैसेज पढऩे, ड्रिंक करने या सिगरेट पीने से निगेटिव हार्मोन एक्टिव होते हैं, जिसका असर नींद पर पड़ता है। ऐसा करने वाले लोग करवट भरी या डरावनी सपनों वाली नींद के शिकार होते हैं। अगली सुबह भी उन्हें सिर दर्द, घबराहट और अनइजी फील होता है जबकि अपनों के साथ कुछ पल बिताने के बाद ली गई नींद अच्छी नींद मानी जाती है। उसके बाद अगले दिन पूरे समय फ्रेशनेस महसूस होती है।