थड़ा मार्केट का काम बीच में रुकवाने का कांग्रेस नेताओं का दबाव था : मलिक
इसका उद्घाटन मंगलवार को नगर निगम की मेयर राजबाला मलिक ने किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : जिस थड़ा मार्केट का निर्माण मेयर राजबाला मलिक ने साल 2012 में रुकवाया था, उस थड़ा मार्केट का निर्माण पूरा होने के बाद इसका उद्घाटन मंगलवार को नगर निगम की मेयर राजबाला मलिक ने किया। मेयर राजबाला मलिक दिल खोलकर बोलीं। उन्होंने कहा कि उस समय निर्माण को बीच में रुकवाने का प्रस्ताव पास करवाना उनकी राजनीतिक मजबूरी थी। उस समय कांग्रेस का उन पर काफी दबाव था जबकि असलियत में वह काम नहीं रुकवाना चाहती थीं। साल 2012 में मेयर रहते हुए कांग्रेस के नेता उनके पास काम रुकवाने के लिए आए लेकिन उनका मन इस चलते हुए प्रोजेक्ट को बीच में खारिज करने का नहीं था। इसके बाद उन्होंने अपने पति राम मलिक से बात की। पति ने कहा कि या तो पार्टी के साथ रिश्ता रखो या फिर लोगों से रख लो। मजबूरी में उनके मेयर कार्यकाल में प्रस्ताव आया और पास हो गया। 2014 में जब वे भाजपा में आई तो उन्होंने पार्षद अनिल दूबे से कहा कि इस प्रोजेक्ट का काम रुकवाना उनके मन पर बोझ है, इसलिए इस प्रोजेक्ट को फिर से रिव्यू करवाया जाए। ऐसे में उन्हें खुशी है कि जिस प्रोजेक्ट को उनके पहले वाले कार्यकाल में रुकवा दिया गया और उनके वर्तमान मेयर कार्यकाल में फिर से इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ। आठ साल पहले कांग्रेस में थी मलिक
मालूम हो कि साल 2012 में राजबाला मलिक कांग्रेस में थी, उस समय कांग्रेस पार्षदों ने सदन में इस निर्माण को बीच में ही रुकवाने का प्रस्ताव बंद कर दिया था। कांग्रेस को लगता था कि इस थड़ा मार्केट का निर्माण होने से इसका फायदा भाजपा को मिलेगा क्योंकि उस समय मौलीजागरां के पार्षद अनिल दूबे थे जोकि अब हैं। उस समय शहर के सांसद पवन बंसल थे। बंसल भी नहीं चाहते थे कि यहां पर थड़ा मार्केट बने। इसके साथ दूबे फिर से साल 2017 में मौलीजागरा से चुनाव जीतकर आए और फिर से इसका निर्माण शुरू करवाया। छह साल पहले भाजपा में आई मलिक
राजबाला मलिक साल 2014 में भाजपा में शामिल हो गई थी। मौके पर भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद, पार्षद अनिल दूबे, सीनियर डिप्टी मेयर रवि कांत शर्मा, डिप्टी मेयर जगतार जग्गा और सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजय अरोड़ा ने भी भाग लिया। पार्षद अनिल दूबे ने कहा कि इस मार्केट में 136 साइट बनाई गई हैं। जिसमें वेंडर्स को बैठाया जाएगा। वेंडर एक्ट लागू होने से मौलीजागरा के वेंडर्स को इंदिरा कॉलोनी में शिफ्ट कर दिया गया था, वहां पर उनका काम नहीं चल रहा है। अब इस थड़ा मार्केट का निर्माण पूरा हो चुका है। ऐसे में अब इस मार्केट में वेंडर्स को बैठाया जाएगा। इस थड़ा (डे) मार्केट के निर्माण पर 75 लाख रुपये का खर्चा आया है। दूबे ने कहा कि इस मार्केट में लाइट और पंखे की सुविधा भी मिलनी चाहिए। जबकि इस समय यहां पर पब्लिक टॉयलेट और पानी की भी सुविधा नहीं है।