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रेफ्रिजरेटर से ब्लैक फंगस का खतरा नहीं

कोरोना संक्रमण से राहत भी नहीं मिली कि ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों में स्टेरॉयड के अधिक इस्तेमाल मधुमेह और ऊपर से संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी के बढ़ने के कई कारण हैं।

By Edited By: Published: Thu, 27 May 2021 07:22 AM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 07:22 AM (IST)
रेफ्रिजरेटर से ब्लैक फंगस का खतरा नहीं
कोरोना संक्रमण से राहत भी नहीं मिली कि ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।

विशाल पाठक, चंडीगढ़। कोरोना संक्रमण से राहत भी नहीं मिली कि ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों में स्टेरॉयड के अधिक इस्तेमाल, मधुमेह और ऊपर से संक्रमण के चलते ज्यादातर लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी के बढ़ने के कई कारण हैं। लोग घरों और आसपास साफ-सफाई नहीं रख रहे हैं। पर्यावरण के विपरित असर और जलवायु में परिवर्तन के चलते भी ब्लैक फंगस की बीमारी बढ़ रही है। यह कहना है कि पीजीआइ के मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डा. प्रो. अरुणालोक चक्रवर्ती का।

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डॉ चक्रवर्ती के अनुसार एक बार लगाने के बाद मास्क जरूर धुलें। देखने में आया है कि कई लोग एक ही मास्क को बिना धोये कई दिन इस्तेमाल करते हैं, जोकि ब्लैक फंगस या संक्रमण के फैलने का कारण हो सकता है। खाने-पीने की चीजों में फंगस जल्द लगता है।

(डिस्क्लेमर - इस खबर में पहले कुछ तथ्यात्मक त्रुटियां थीं। पड़ताल करने पर इसका पता चलते ही, खबर को सही तथ्यों के साथ अपडेट किया गया है।)


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