हद कर दी ! एसडीएम व तहसीलदार आफिस में बिजली की चोरी
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : बिजली चोरी पर सरकार व प्रशासन रोक लगाने के लिए परेशान है। बिजली विभाग इस पर नकेल के खूब दावे कर रहा है, लेकिन जब सरकारी कार्यालयों में ही ऐसा हो रहा हो तो इसकी गंभीरता को आसानी से समझा जा सकता है। ऐसा ही मामला
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : बिजली चोरी पर सरकार व प्रशासन रोक लगाने के लिए परेशान है। बिजली विभाग इस पर नकेल के खूब दावे कर रहा है, लेकिन जब सरकारी कार्यालयों में ही ऐसा हो रहा हो तो इसकी गंभीरता को आसानी से समझा जा सकता है। ऐसा ही मामला पंजाब के गुरदापुर डेरा बाबा नानक सब डिवीजन में सामने आया है। यहां एसडीएम और तहसीलदार के कार्यालयों में बिजली की चोरी किए जाने खुलासा हुआ है।
सबसे कमाल की बात यह है कि इन कार्यालयों में कुंडी फंसाकर बिजली ली जा रही है। एसडीएम और तहसीलदार कार्यालयों के अलावा बिजली की यह चोरी सुविधा केंद्र और नायब तहसीलदार के कार्यालयों भी हो रही है। ये सभी कार्यालय एक ही परिसर में हैं।
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इन कार्यालयों में तीन एसी और 40 के करीब कंप्यूटर भी लगे हैं। यह काम्पलेक्स पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड के स्थानीय कार्यालय से महज 200 मीटर की दूरी पर है। बताया जाता है कि एसडीएम सकत्तर सिंह की ओर से कनेक्शन के लिए अप्लाई किया था मगर कई महीने बाद भी पीएसपीसीएल ने रेगुलर कनेक्शन जारी नहीं किया।
इस काम्पलेक्स का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था व कार्यालय 2014 में यहां शिफ्ट किए गए। जब निर्माण कार्य शुरू हुआ था तब से यह कुंडी कनेक्शन चल रहे हैं यानी गैरकानूनी ढंग से चार साल से यह बिजली ली जा रही है।
यह मामला मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह इादल के संज्ञान में आया तो वह भी चौंक गए। मुख्यमंत्री ने इस मामले की पूरी जांच करने का निर्देश गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने यहां कहा कि सूबे के प्रत्येक नागरिक के लिए नियम-कानून बराबर हैं चाहे वह आम आदमी हो या कोई अधिकारी।
मुख्यमंत्री ने गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर को इस मामले की रिपोर्ट जल्द से जल्द देने को कहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।