दुष्कर्म के बाद आरोपित फिर गया था युवती के कॉल सेंटर, चार और को भी बना चुका शिकार
आरोपित को मोहाली पुलिस ने काबू कर लिया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : हिमाचल की युवती से दुष्कर्म करने वाले आरोपित को आखिरकार मोहाली पुलिस ने काबू कर लिया है। मामले को हल करने की पुष्टि के लिए खुद आइजी वी नीरजा एसएसपी दफ्तर में पहुंचीं थी, परंतु आलाधिकारियों ने आरोपित का नाम बताने से इन्कार कर दिया। आइजी ने बताया कि आरोपित की अभी शिनाख्त परेड करवानी है, इसलिए उसका नाम नहीं बता सकते। सूत्रों के अनुसार पकड़े गए आरोपित की पहचान लक्की (32) निवासी बलौंगी के तौर पर हुई है और पुलिस ने उसे एक दिन पहले गिरफ्तार कर लिया था, जिसे ज्यूडिशियल भेजा जा चुका है। अब जेल में आरोपित की शिनाख्ती परेड के लिए जज सहित सीआइए व आलाधिकारियों की 10 मेंबरी टीम जाएगी। परेड के बाद मोहाली पुलिस आरोपित का रिमांड हासिल करेगी। आरोपित ने 15 अप्रैल को कुंभड़ा में किराये पर रह रही हिमाचल प्रदेश की युवती से दुष्कर्म किया था। जिसके खिलाफ सोहाना थाने में आइपीसी की धारा-376, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था। नाके से भागते समय किया था राउंडअप
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित ने मंगलवार शाम फेज-5 नाके से भागने की कोशिश की थी। उसी दौरान पुलिस ने उसे गाड़ी मॉडल व नंबर के आधार पर राउंडअप किया था। आरोपित ने कबूला था कि हिमाचल की युवती से उसने ही दुष्कर्म किया था। यहीं नहीं, आरोपित दुष्कर्म के बाद मोहाली में ही घूमता रहा और वारदात के अगले दिन वह फिर से युवती के कॉल सेंटर गया था। कुछ समय पहले आरोपित नंबर प्लेट बदलकर नाके से निकल गया था। पहले रेकी करता था फिर दुष्कर्म, तय क्षेत्र की युवतियां थी टारगेट पर
पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि आरोपित साइको है और वह चार और युवतियों से दुष्कर्म कर चुका है। इसके अलावा पुलिस पूछताछ में आरोपित ने 4 अन्य लड़कियों के साथ शारीरिक छेडछाड़ भी कबूल की है। बताया जा रहा है आरोपित पहले युवती की रेकी करने उपरांत उसकी पूरी जानकारी हासिल कर लेता था और उसके बाद वह युवती को उसके कॉल सेंटर के रास्ते में आने वाली कोई जगह का रास्ता पूछता और बाद में उसे लिफ्ट देने के लिए उसे गाड़ी में बैठा लेता और बाद में सुनसान जगह जाकर उनसे दुष्कर्म करता। जिन 4 युवतियों से आरोपित ने दुष्कर्म करने की बात कबूली है, वे सभी युवतियां मोहाली जिले की रहने वाली हैं। आरोपित सेक्टर-66 से लेकर सोहाना थाने के बीच में पड़ते एरिया की लड़कियों को ही अपना टारगेट बनाता था। फेज-1 थाने में दर्ज है किडनैपिग का मामला
जिक्रयोग है आरोपित ने वर्ष 2018 में अक्टूबर 12 की रात को 13 साल की किशोरी को फेज-5 से अगवा किया था। आरोपित ने उसे उस समय किडनैप किया था, जब ठंड लगने पर वह जागरण से अपने घर कंबल लेने के लिए जा रही थी। किडनैप के बाद वह नाबालिग को शाहीमाजरा मेन मार्ग पर शोरूम के आगे फेंककर चला गया था। इस मामले में फेज-1 थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। नंबर प्लेट करता था चेंज, गाड़ी पर लगा रहा था फ्रेम
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित ने अपनी लीवा गाड़ी के आगे नट बोल्ट वाली नहीं, बल्कि फ्रेम वाली नंबर प्लेट लगाई थी। ताकि उसे नंबर प्लेट बदलने में आसानी रहे। जिस दिन उसने हिमाचल की युवती से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया, वह नंबर गुरदासपुर का था, परंतु उसने अगले दिन नंबर प्लेट बदल ली थी। जिसके बाद वह शहर में घूमता रहा, परंतु जिस दिन उसे फेज-5 से राउंडअप किया, उस दिन उसने वहीं नंबर प्लेट लगा रखी थी जोकि हिमाचल की युवती से दुष्कर्म के समय लगाई थी। 20 मार्च को कॉल सेंटर के अधिकारी ने दी थी शिकायत
पुलिस की ढीली कारगुजारी के चलते हिमाचल की युवती के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी हरकत हुई थी। अगर पुलिस समय रहते 20 मार्च को कॉल सेंटर में काम करने वाली युवती की शिकायत पर गौर करती, तो वारदात रोकी जा सकती थी। 20 मार्च को कॉल सेंटर में काम करने वाली एक युवती ने फेज-11 पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि एक गाड़ी चालक ने उसे किडनैप करने की कोशिश की, जब उसने विरोध किया तो कार चालक ने उसे बालों से पकड़ कर घसीटा और उसके साथ बुरी तरह से मारपीट भी की। इस शिकायत को पुलिस ने हलके में लिया। देखना यह है कि अगर कार्रवाई लेट करने पर एसएचओ सोहाना को सस्पेंड किया जा सकता है, तो क्या कार्रवाई न करने पर फेज-11 एसएचओ के साथ आलाधिकारी क्या करते हैं।