जितनी जल्दी जांच, उतना आसानी से होगा ब्रेस्ट कैंसर का इलाज : डा. गुरप्रीत कौर
बदलते लाइफ स्टाइल के साथ ही महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसी खतरे के प्रति सचेत करने के लिए सेक्टर-26 स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेजिएट स्कूल में बुधवार को कैंसर जागरूकता और निशुल्क मैमोग्राफी जांच शिविर का आयोजन किया गया।
-सेक्टर-26 स्थित गुरु गोबिंद सिंह कॉलेजिएट स्कूल में कैंसर जागरूकता कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम आयोजित
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जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : बदलते लाइफ स्टाइल के साथ ही महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसी खतरे के प्रति सचेत करने के लिए सेक्टर-26 स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेजिएट स्कूल में बुधवार को कैंसर जागरूकता और निशुल्क मैमोग्राफी जांच शिविर का आयोजन किया गया।
कोर्डीनेटर रूपिंदर कौर ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन स्वयंसेवी संस्था तेरा ही तेरा ट्रस्ट की ओर से एक अन्य संस्था के सहयोग से किया गया। जांच के लिए पीजीआइ से स्पेशल मशीन मंगवाई गई थी। मैमोग्राफी करने के साथ ही महिलाओं की हड्डियों की क्षमता को भी जांचा गया। इस दौरान डा. गुरप्रीत कौर ने स्कूल स्टाफ में कार्यरत महिलाओं की जांच कर ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट में दर्द होने के अलावा गांठे बनने पर तुरंत टेस्ट करवा लेना चाहिए। दर्द और गांठ बनने तक कैंसर की स्टेज काफी हद तक बढ़ गई होती है। ऐसे में महिलाओं को शुरू में होने वाली दर्द पर ध्यान देते हुए तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जानलेवा भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर
डा. गुरप्रीत कौर ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर दर्ददायक होने के साथ-साथ जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में महिलाओं को खान-पान से लेकर खुद के लाइफ स्टाइल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। महिलाएं विभिन्न कारणों से खुद के खाने-पीने से लेकर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को नजरअंदाज कर देती हैं, जिसका परिणाम बाद में भुगतना पड़ता है। महिलाओं को हमेशा खुद को तनाव मुक्त रखने वाले कपड़े पहनने चाहिए। ज्यादा तनाव मानसिक रोग के साथ ब्रेस्ट कैंसर जैसी परेशानी भी पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में महिलाएं प्रसव के बाद बच्चों को स्तनपान कराने से गुरेज करती हैं, जिसका परिणाम बाद में भुगतना पड़ता है। उन्होंने बताया कि स्तनपान कराने से सिर्फ शिशु ही नहीं बल्कि मां को भी फायदा होता है। स्तनपान नहीं करवाने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।