जो कचरा प्रोसेस होकर आएगा बाहर, उसका ही भुगतान करेगी स्मार्ट सिटी Chandigarh News
नगर निगम के अनुसार अब सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन शुरू कर दिया गया है। ऐसे में अब जेपी प्लांट को शहर का सारा कचरा प्रोसेस करने के लिए मिलेगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। डंपिंग ग्राउंड से कचरा प्रोसेस करने का काम इसी माह शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी की ओर से कंपनी को टेंडर अलॉट कर दिया गया है। जल्द ही डंपिंग ग्राउंड में मशीनरी लग जाएगी। लेकिन कंपनी को भुगतान उस कचरे का ही मिलेगा, जोकि प्रोसेस होकर डंपिंग ग्राउंड से बाहर निकलेगा। निकासी द्वार पर प्रोसेस हो चुके कचरे का वजन होगा। कचरे को प्रोसेस करने के बाद जो इनलेट्स निकलता है, उसका डिस्पोजन करने की जिम्मेदारी भी कंपनी की है।
भुगतान की ऐसी शर्त डालने से अब कंपनी ज्यादा से ज्यादा कचरा प्रोसेस करके उसे बाहर निकालेगी। प्रोसेसिंग के दौरान शहर का नया कचरा डंपिंग ग्राउंड में नहीं डाला जाएगा। नगर निगम के अनुसार अब सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन शुरू कर दिया गया है। ऐसे में अब जेपी प्लांट को शहर का सारा कचरा प्रोसेस करने के लिए मिलेगा।
इस समय 50 लाख टन कचरा
मालूम हो कि इस डंपिंग ग्राउंड में 50 लाख टन कचरा पड़ा हुआ है। सांसद किरण खेर से खुदाई के काम का उद्घाटन करवाया जा रहा है। इस काम को करने के लिए स्मार्ट सिटी का 34 करोड़ रुपये का खर्चा किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने कंपनी को यह काम अलॉट कर दिया है।
16 एकड़ में यहां पड़ा है कचरा
16 एकड़ में पड़े कचरे को प्रोसेस किया जाएगा। शहर में प्रतिदिन 450 टन कचरा निकलता है, लेकिन काफी सख्ती करने के बावजूद प्लांट 200 से 250 टन कचरा ही प्रोसेस कर पा रहा है। नगर निगम के अनुसार साल 2021 के मार्च माह तक डंपिंग ग्राउंड का सारा कचरा प्रोसेस कर दिया जाएगा। उसके बाद यहां पर कोई भी कचरा नहीं गिराया जाएगा। नगर निगम ने सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करके देने के लिए कहा है।
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