बच्चों से लेकर बुजुर्गो ने लिया फूलों की महक का आनंद
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : फूलों की 268 किस्मों से चहक-महक रहे सेक्टर-33 के टेरेस गार्डन में चल रहे गुलदाउदी शो में दूसरे दिन भी शनिवार को खूब भीड़ देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : फूलों की 268 किस्मों से चहक-महक रहे सेक्टर-33 के टेरेस गार्डन में चल रहे गुलदाउदी शो में दूसरे दिन भी शनिवार को खूब भीड़ देखने को मिली। क्या बच्चों और क्या बुजुर्ग, सब गुलदाउदी में आकर ऐसे आनंद ले रहे थे कि मानों ¨जदगी एक बार फिर से शुरू हो गई हो। शो की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए अलग से 645 गुलदाउदी की किस्में प्रदर्शित की गई हैं। यहां आए लोगों को निगम द्वारा बनाए गए सेल्फी प्वाइंट ने तो पहले ही आकर्षित किया हुआ था, लेकिन यहां फूलों से बनाए गए जानवरों की आकृतियां भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। मौजूदा समय में तो बच्चे तो यहां फूलों से बने शेर, भालू, मोर और जिराफ को न सिर्फ देखकर खुश रहे हैं, बल्कि सेल्फी भी ले रहे हैं। वहीं, इस बार गुलदाउदी में बच्चों के लिए गार्डन में स्पाइडरमैन का स्टेच्यू भी लाया गया है। फूलों से बनी किश्ती बनी सेल्फी प्वाइंट
भले ही लोग पूरे गार्डन में सेल्फी ले रहे हों, लेकिन लोगों को फूलों से बनी और अलग-अलग फूलों की किस्मों से लदी किश्तियां अपनी ओर खूब खींच रही हैं। यहां सेल्फी ले रहे लोगों से जब दैनिक जागरण की टीम ने बात की तो लोगों ने बताया कि उनको फूलों की किश्ती ने बहुत आकर्षित किया है। बिना पानी के भी ये किश्तियां हमारे दिल में उतर आई हैं, मन कर रहा है कि फूलों से लदी इन किश्तियों को अपने घर पर ले जाएं और हमेशा के लिए सजोंकर रख लें। आज भी खूब उमड़ेगी भीड़
दो दिन से चल रहे गुलदाउदी शो में अगर आप अभी तक नहीं गए हैं, तो छुट्टी का भरपूर फायदा उठा लीजिए। रविवार को गुलदाउदी का अंतिम दिन है और ऐसे में रविवार की छुट्टी होने पर आप अपने परिवार के साथ जाकर फूलों से सजे टेरेस गार्डन को देख सकते हैं। इस छुट्टी को यादगार बना सकते हैं। ¨जदगी को जी रही हूं दोबारा
सेक्टर-46 निवासी भोरकली ने बताया कि गुलदाउदी शो में आकर बहुत अच्छा लग रहा है। बहुत खुश भी हूं, क्योंकि बचपन की यादें ताजा हों गई हैं। अलग-अलग फूलों की सजावट को देखकर लग रहा है कि मानों एक बार फिर से ¨जदगी की शुरुआत कर ¨जदगी दोबारा जी रही हूं। यहां अपने पूरे परिवार के साथ गुलदाउदी शो देखने आई हूं। मन कर रहा तितली बन उड़ जाउं
एकता ने बताया कि वह यहां पंचकूला से स्पेशल गुलदाउदी शो को देखने आई हैं। फूलों की खुशबू से खुद ही उनकी ओर खीचीं जा रही हूं। फूलों से बनाई तितली बहुत पसंद आई। दिल कर रहा है कि खुद भी तितली बन आसमां में उड़ जाउं और फूलों किसी बगीचे में हमेशा के लिए वहीं की होकर रह जाउं।