ये सब्र की इंतहा है, हम बापू धाम के लोगों की कौन सुने
शहर के कोरोना हॉट स्पॉट बापूधाम के लोगों का सब्र अब जवाब देने लगा है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़
शहर के कोरोना हॉट स्पॉट बापूधाम के लोगों का सब्र अब जवाब देने लगा है। स्थानीय लोगों ने हलके में संक्रमण के हालात न सुधरने के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। क्षेत्र के अंदर खान-पान और दूसरे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण लोग आक्रोशित हैं। उनका आरोप है कि फेज-1 से पहला पॉजिटिव केस आने के बाद प्रशासन ने क्षेत्र को इफेक्टेड जोन घोषित कर तमाम उचित कदम उठाए, जिससे उस एरिया में संक्रमण रुक गया। इसके उलट फेज-1 के खुले कुछ एरिया सहित फेज-2 और फेज-3 में केस आने के बाद इफेक्टेड जोन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। इसी कारण से संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब फेज-1 में सबसे कम और फेज-2 और फेज-3 में सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं।
हालांकि, इस संबंध में अभी तक प्रशासन का पक्ष सामने नहीं आ सका है। मामले को लेकर एसडीएम सुधांशु गौतम को कॉल कर पूछने की कोशिश की गई, मगर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। आरोप- इफेक्टेड जोन के प्रति प्रशासन लापरवाह
बापूधाम कालोनी में रहने वाले रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट कृष्ण कुमार ने बताया कि 24 अप्रैल को फेज-1 से पहला केस आने पर दूसरे दिन ही एरिया के 144 मकानों को सील कर 130 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था। 29 अप्रैल को प्रशासन की ओर से एहतियातन फेज-1 से सटे चार ब्लॉक के 160 मकानों को सील कर 10 लोगों को क्वारंटाइन किया गया। 23 मई तक फेज-1 से इसी एरिया से करीब 60 पॉजिटिव केस आए। जबकि, 20 दिनों में फेज-2 और फेज-3 में 90 से ज्यादा पॉजिटिव केस आने के बावजूद अभी तक इसे इफेक्टेड जोन घोषित न कर दिन में दो बजे तक लोगों को छूट दी जा रही है। नहीं मिली सैलरी, स्कूल फीस और बिजली-पानी के बिल से बढ़ी मुश्किलें
बापूधाम निवासी सुशीला ने बताया कि एडवाइजर मनोज परिदा ने कहा था कि कंटेनमेंट जोन में होने तक सभी लोग घर में रहें। इस दौरान सभी फैक्ट्री, कंपनी और दुकान में काम करने वाले लोगों को संबंधित संस्थान सैलरी देंगे, लेकिन, पिछले दो माह से सैलरी नहीं मिली है। अब प्रशासन राशन दे रहा है, लेकिन बच्चों की किताबें, स्कूल फीस, बिजली-पानी के बिल जमा करने की जिम्मेदारी ने परेशानी बढ़ गई है। की गई क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था
बापूधाम निवासियों ने बताया कि उनके छोटे से घर में परिवार के सभी सदस्यों को दो-दो महीने तक अंदर रहना मुश्किल भरा है। हालांकि, इनकी परेशानी के मद्देनजर प्रशासन की ओर से रायपुरकलां का सरकारी स्कूल और पीयू गर्ल हॉस्टल नंबर-8 को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां बापूधाम के बेहद छोटे मकान में ज्यादा संख्या में रहने वाले परिवारों को रहने और खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की जाएगी।