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नगर निगम ने सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों को बुलाया वापस

नगर निगम की ओर से इस समय 800 वेंडर्स को सब्जी बेचने के लाइसेंस दिए गए हैं। अतिक्रमण हटाओ के सभी इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर पहले सुबह सवेरे चार बजे मंडी पहुंच जाते थे।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 12:51 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 12:51 PM (IST)
नगर निगम ने सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों को बुलाया वापस
नगर निगम ने सब्जी मंडी से अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों को बुलाया वापस

चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते को सब्जी मंडी से वापस बुला लिया गया है। कमिश्नर केके यादव के आदेश से वापस बुलाकर उन्हें पहले के कार्य सौंपे गए हैं जिसके तहत उन्हें शहर में लगने वाले अवैध कब्जे हटाने की जिम्मेवारी दी गई है। मालूम हो कि बापूधाम में कोरोना स्पॉट बनने से प्रशासन ने सेक्टर-26 से मंडी सेक्टर-17 बस स्टैंड शिफ्ट कर दी है। मंडी से शहरवासियों तक सब्जी और फल जायज रेट पर पहुंचे इसके लिए नगर कमिश्नर केके यादव ने अतिक्रमण हटाओ दस्ते के अलावा बागवानी विभाग के कर्मचारियों की डयूटी दो माह पहले लगाई थी। अब सीटीयू से सब्जियों की सप्लाई बंद कर दी गई है।

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नगर निगम की ओर से इस समय 800 वेंडर्स को सब्जी बेचने के लाइसेंस दिए गए हैं। अतिक्रमण हटाओ के सभी इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर पहले सुबह सवेरे चार बजे मंडी पहुंच जाते थे। कमिश्नर केके यादव भी खुद व्यवस्थाएं चेक करने के लिए पहुंच जाते हैं। अपनी मूल डयूटी पर वापस लौटने के बाद नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने बुधवार को शहर से 30 अवैध वेंडर्स की रेहड़ियां जब्त की। इससे पहले नगर निगम 15 दिन पहले ऐसे 400 कर्मचारियों को भी हटा चुका है जिनकी जिम्मेवारी बाजाराें में लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने की थी। जब से सब्जियों और फल के रेट मार्केट कमेटी खुद तय किए है, तब से लोगों को सस्ते रेट पर सब्जियां मिल रही है।

बढ़ी खपत तो लगने लगे लंबे पावर कट

पारा बढ़ते ही बिजली की खपत भी काफी बढ़ गई है। जिससे पावर कट भी खूब लग रहे हैं। बुधवार दोपहर में कई बार पावर कट लगे। सेक्टर-26, 23, 25, 28, 30, धनास, मनीमाजरा, किशनगढ़ जैसे एरिया में कई बार बिजली कट लगे। दोपहर तीन बजे के आस-पास तो दस से अधिक सेक्टरों में बिजली चली गई। बिजली की खपत अब 300 मेगावाट तक पहुंच गई है। जबकि महीना पहले तक यह 200 से 250 मेगावाट तक थी। लोड बढ़ने का सबसे बड़ा कारण एयर कंडीशनर का चलना है। दोपहर के समय एसी सबसे ज्यादा चलते हैं जिस वजह से ट्रांसफार्मर गर्म हो रहे हैं। यही वजह पावर कट की बन रही है। अगले कुछ दिनों तक पावर कट का दौर ऐसे ही जारी रहेगा।


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