Move to Jagran APP

जानवरों के दाह संस्कार का प्लांट डड्डूमाजरा में ही लगेगा

प्लांट (इंसीनेरेटर) अब सेक्टर-25 वेस्ट में डड्डूमाजरा के पास ही लगेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 10:25 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 10:25 PM (IST)
जानवरों के दाह संस्कार का प्लांट डड्डूमाजरा में ही लगेगा
जानवरों के दाह संस्कार का प्लांट डड्डूमाजरा में ही लगेगा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मरे हुए जानवरों के निष्पादन का प्लांट (इंसीनेरेटर) अब सेक्टर-25 वेस्ट में डड्डूमाजरा के पास ही लगेगा। शुक्रवार को प्लांट लगाने का प्रस्ताव औद्योगिक क्षेत्र में आया था लेकिन भाजपा पार्षदों की आपसी खींचातानी के कारण पास नहीं हो सका। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि जहां पर पहले यह प्लांट लगाने के लिए जमीन तय हुई थी, वहां पर ही यह प्लांट लगना चाहिए। मालूम हो कि पिछले साल जब डड्डूमाजरा के पास प्लांट लगाने का प्रस्ताव पास हुआ था तो वहां के लोगों ने विरोध कर दिया था जिसके बाद तत्कालीन मेयर राजेश कालिया के हस्तक्षेप के बाद यह निर्णय हुआ कि यहां पर प्लांट नहीं लगेगा। लेकिन शुक्रवार को सदन की बैठक में औद्योगिक क्षेत्र में प्लांट लगाने के लिए जमीन तय करने के प्रस्ताव में भाजपा के अपने पार्षद ही विरोध में आ गए। जिनमें शक्तिदेव शाली, जगतार जग्गा, अनिल दूबे और विनोद अग्रवाल शामिल है। जबकि उस समय पूर्व मेयर राजेश कालिया और वार्ड पार्षद फरमिला देवी वीडियो कांफ्रेंसिग से डिसकनेक्ट हो गई जिस कारण वह अपनी बात नहीं रख पाए। कालिया खुद यहां के निवासी हैं। औद्योगिक क्षेत्र का एरिया भाजपा पार्षद शक्तिदेव शाली के वार्ड में हैं। प्रोजेक्ट को खारिज करना मुश्किल

loksabha election banner

एक बार तो यह भी निर्णय लिया गया कि इस प्रोजेक्ट को ही खारिज कर दिया जाए। लेकिन कमिश्नर केके यादव का कहना है कि ऐसा करना मुश्किल है। केंद्र सरकार को लिखकर दिया हुआ है कि यह साल 2020 तक लग जाएगा और इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर भी अलॉट हो चुका है। जिसका ठेकेदार निरंतर प्लांट लगाने के लिए जमीन मांग रहा है। कमिश्नर ने यह भी कहा कि यह प्लांट न लगने से एनजीटी की ओर से भी चंडीगढ़ नगर निगम को जुर्माना लग सकता है। जिसके बाद यह निर्णय लिया किया कि इसे डड्डूमाजरा के पास सेक्टर-25 वेस्ट में ही लगाया जाएगा। दुर्गध के बारे में नहीं माने पार्षद

सदन में भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और पार्षद गुरप्रीत ढिल्लों ने काफी समझाने का प्रयास किया कि प्लांट लगने से आसपास के एरिया में दुर्गंध नहीं जाएगी लेकिन उनके अपने पार्षद ही नहीं माने। मालूम हो कि डड्डूमाजरा में पहले से गारबेज प्रोसेसिग प्लांट और डंपिग ग्राउंड है। जिस कारण यहां के निवासी आने वाले दुर्गंध से परेशान है।

वे सुबह से सदन की बैठक के लिए वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से अटैच थे। लेकिन घर की समस्या के कारण उन्हें इमरजेंसी में जाना पड़ा। जिस कारण वह प्लांट वाली चर्चा में शामिल नहीं हो सका। लेकिन यह तो फैसला हो गया था कि सेक्टर-25 वेस्ट में प्लांट नहीं लगना। डड्डूमाजरा के लोग तो पहले से परेशान हैं। ऐसे में फिर से वहां पर प्लांट लगाने का प्रस्ताव पास करना गलत है। वे इसके विरोध में हैं। अगली सदन की बैठक में वह इसका खुलकर विरोध करेंगे और वह प्लांट नहीं लगने देंगे।

-राजेश कालिया, पूर्व मेयर वे चार बजे तक वीडियो कांफ्रेंसिग में शामिल थे। लेकिन इटरनेट का कनेक्शन लो होने के कारण आवाज नहीं आ रही थी जिस कारण वे बैठक में शामिल न हो सकी। सेक्टर-25 वेस्ट का एरिया उनके वार्ड में आता है। वे अगली बैठक में यहां पर प्लांट लगाने का विरोध करेंगी।

-शीला फूल सिंह, वार्ड पार्षद इस समय नहीं है कोई निष्पादन की व्यवस्था

इस समय शहर में मरे हुए जानवरों के निष्पादन की कोई व्यवस्था नहीं है। मरे हुए पशुओं और जानवरों को इधर-उधर ही फेंका जाता है। मरे हुए कुत्ते, बिल्ली गारबेज बिन के जरिये डंपिंग ग्राउंड पर आ जाते हैं। नए लगने वाले प्लांट के तहत एलपीजी या सीएनजी की भट्ठियां लगाई जाएंगी। इस भट्ठी में एक दिन में 10 बड़े और 30 छोटे पशुओं का संस्कार हो सकेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.