परिसर की केमिस्ट, कैंटीन और अन्य दुकानों का ठेका अब तीन साल के लिए
पीजीआइ अस्पताल प्रशासन ने एक बार फिर अपना दुकानों के ठेके को लेकर फैसला बदला है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइ अस्पताल प्रशासन ने एक बार फिर अपना दुकानों के ठेके को लेकर फैसला बदला है। कोरोना महामारी के दौरान पीजीआइ प्रशासन ने कैंपस में मौजूद केमिस्ट, कैंटीन और अन्य दुकानों का ठेका तीन साल से घटाकर एक साल के लिए कर दिया था। इस फैसले की वजह से कैंपस में कई केमिस्ट, कैंटीन और अन्य दुकानें किराए पर लेने के लिए कोई आवेदक सामने नहीं आ रहा था। ऐसे में अब अस्पताल प्रशासन ने दोबारा दुकानों का ठेका तीन साल के लिए देने का फैसला किया है। ऐसे में अब पीजीआइ में खाली पड़ी दुकानों को टेंडर जारी कर, किराए पर अलाट की जाएंगी। बता दें इसमें कई दुकानों में केमिस्ट शाप थी, जोकि लंबे अरसे से बंद पड़ी हैं। 13 से 23 जून को निकाले थे कई टेंडर नहीं आया कोई
पीजीआइ प्रशासन ने 13 से 23 जून के बीच कई खाली पड़ी दुकानों, कैंटीन और मेस के लिए टेंडर निकाले गए थे, लेकिन इसके लिए किसी ने आवेदन नहीं किया। जानकारी के अनुसार इन टेंडरों में ओल्ड डाक्टर्स हास्टल में फोटोस्टेट, लेमिनेशन साइट, एडवांस कार्डियक सेंटर के साथ एटीएम इंस्टाल करने को लेकर, निवेदिता हास्टल में मेस सेवा के लिए और नेहरू हास्पिटल में चौथी मंजिल में केफेटेरिया के लिए जगह के लिए टेंडर जारी किया गया था। दुकानों का किराया ज्यादा होने के कारण नहीं आ रहा था कोई
पीजीआइ कैंपस में जितनी भी केमिस्ट की दुकानें हैं, उनका किराया लाखों-करोड़ों में हैं। ऐसे में केवल एक साल के लिए जगह अलाट किए जाने की वजह से कोई भी कंपनी या आवेदक सामने नहीं आ रहा था, लेकिन दोबारा से तीन साल के लिए पीजीआइ कैंपस की दुकानें अलाट किए जाने के फैसले से अब एक बार फिर मरीजों, पीजीआइ कैंपस में रहने वाले डाक्टर्स और बाहर से आने वाले लोगों को जरूरत की सेवाएं उपलब्ध होंगी।