मरीजों की मदद के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ में थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट लगाएगा 230वां रक्तदान शिविर
पीजीआइ चंडीगढ़ में थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 18 सिंतबर को 230वां रक्तदान शिविर लगाया जाएगा। छह जून 2020 से लेकर अब तक कोरोना महामारी में ट्रस्ट 45 रक्तदान शिविर लगा चुका है। ट्रस्ट की ओर से अब तक 4600 यूनिट ब्लड इकट्ठा कर चुका है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ में थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से लगाए गए शिविर में 47 लोगों ने रक्तदान किया। ट्रस्ट की ओर से 229वां रक्तदान शिविर लगाया गया था। ट्रस्ट के मेंबर सेक्रेटरी राजिंदर कालरा ने बताया कि अगला रक्तदान शिविर 18 सितंबर को पीजीआइ में ही लगाया जाएगा। छह जून 2020 से लेकर अब तक कोरोना महामारी में ट्रस्ट 45 रक्तदान शिविर लगा चुका है। ट्रस्ट की ओर से थैलेसेमिक मरीजों के इलाज के लिए अब तक 4,600 यूनिट ब्लड इकट्ठा कर चुका है।
यह शिविर पीजीआइ के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के सहयोग से लगाया गया। ट्रस्ट के बारे में बताते हुए राजिंदर कालरा ने कहा कि वर्ष 1985 से थैलेसेमिक मरीजों के इलाज के लिए उनकी संस्था कार्य कर रही है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू व कश्मीर, उत्तर प्रदेश और बाकी राज्यों के कुल 450 थैलेसीमिया के मरीजों को ट्रस्ट की ओर से निशुल्क इलाज मुहैया कराया जा रहा है। ट्रस्ट पीजीआइ और जीएमसीएच-32 में टू डे केयर सेंटर चला रहे हैं। इन सेंटर्स में थैलेसीमिया के मरीजों को इलाज से लेकर दवाइयां तक निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने कहा कि थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से थैलेसीमिया के मरीजों को जो सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। उसकी वजह से कई मरीजों को नया जीवन दान बना है। इन मरीजों को हर 15 से 20 दिन में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में ट्रस्ट की ओर से जो रक्तदान शिविर लगाया जाता है, उसकी बदौलत इकट्ठा किया गया ब्लड यूनिट ऐसे मरीजाें को ट्रांसफ्यूजन के समय उपलब्ध कराया जाता है। ताकि इन मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सके।