लोकसभा चुनाव के कारण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया थमी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है। अब लोकसभा चुनसव को देखते हुए यह प्रक्रिया फिलहाल थम गई है।
जेएनएन, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है। अब लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह प्रक्रिया फिलहाल थम गई है। अधिकारियों का कहना है कि चुनावी गतिविधियों के बीच टेंडर प्रक्रिया के लिए चुनाव आयोग से अनुमति नहीं ली जाएगी। हालांकि मानसून से पहले शहर की रोड-गलियों की सफाई के लिए चुनाव आयोग से मंजूरी जरूर ली जाएगी। प्रोजेक्ट के सीईओ की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि इस मामले में प्रोजेक्ट्स के लिए चुनाव आयोग से कोई विशेष मंजूरी नहीं ली जाएगी।
स्मार्ट सिटी के तहत पिछले माह मनीमाजरा में स्मार्ट मीटर लगाने और डड्डूमाजरा में जानवरों के शवों का संस्कार करने के लिए प्लांट लगाने के लिए टेंडर निकाला गया था, लेकिन इसके लिए किसी भी कंपनी ने आवेदन नहीं किया। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने के लिए भी कोई बिड नहीं आई है। ऐसे में चुनाव आचार संहिता लागू होने से यह प्रोजेक्ट अब देरी से शुरू हो पाएंगे।
स्मार्ट सिटी का स्टेटस मिले हुए दो साल से अधिक समय हो गया है। मालूम हो कि इस समय सिर्फ वहीं टेंडर लग सकता है जिसकी चुनाव आयोग से पहले मंजूरी मिली हो। ऐसे में सिर्फ आपात स्थिति के काम के लिए ही टेंडर की मंजूरी चुनाव आयोग से ली जाएगी।
रोड-गलियों की सफाई के लिए मांगेंगे चुनाव आयोग से अनुमति
डड्डूमाजरा के डंfपग ग्राउंड में जो कचरे का पहाड़ बन गया है, वहां पर पड़े कचरे को प्रॉसेस करने की योजना है। अब यह काम भी चुनाव के बाद तक टल गया है। इस प्रोजेक्ट पर 40 करोड़ की लागत खर्च होगी।
जून माह में शहर में मानसून दस्तक दे देता है। ऐसे में शहर की 30 हजार रोड गलियों की सफाई इससे पहले होनी चाहिए। यह काम एक करोड़ की लागत का है। ऐसे में नगर निगम इन रोड गलियों की सफाई चुनाव आचार संहिता के दौरान ही शुरू कर देगा। इसके लिए नगर निगम टेंडर निकालेगा लेकिन इसके लिए नगर निगम चुनाव आयोग की मंजूरी लेने की तैयारी कर रहा है।