दिसंबर में 700 करोड़ के टेंडर निकाले, पहले करते तो रैं¨कग होती कुछ बेहतर
स्मार्ट सिटी के तहत पहले दो साल में काम बेहद धीमी गति से हुआ।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी के तहत पहले दो साल में काम बेहद धीमी गति से हुआ। नए एडवाइजर मनोज कुमार परिदा के आने के बाद पहली बार स्मार्ट सिटी कंपनी ने 700 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए। 31 दिसंबर 2018 को यह टेंडर जारी हुए। लेकिन यह टेंडर जारी करने में काफी देर कर दी। टेंडर छह महीने पहले होते, तो इनका स्कोर चंडीगढ़ को मिलता, जिससे रैं¨कग कुछ बेहतर हो सकती थी। दिसंबर में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक के बाद 700 करोड़ रुपये के पांच प्रोजेक्ट्स के लिए टेंडर निकाला गया था। जिसमें स्मार्ट मीटर लगाने, साइकिल शेय¨रग सिस्टम और डड्डूमाजरा में जानवरों के शवों का संस्कार करने के लिए प्लांट लगाने, मनीमाजरा में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने के अलावा एक नया ट्रीटमेंट प्लांट लगाना भी शामिल था। इस साल यह काम होंगे, जिनके टेंडर हुए
-टर्शरी वाटर की बीओडी मात्रा 5 बीओडी से कम की जाएगी।
-शहर के पांच (मोहाली फेज-11 डिग्गियां, रायपुर कलां, थ्री बीआरडी, रायपुर खुर्द और धनास पुनर्वास कॉलोनी) के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट अपग्रेड करने और किशनगढ़ में नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए 511 करोड़ रुपये का टेंडर किया गया है। पांच प्लांट का बीओडी (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) लेवल 20-30 से कम करके 5 किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट 310 करोड़ है। जबकि इनकी 15 साल की मेंटेनेंस पर 200 करोड़ खर्च आएगा। इन प्लांट को अपग्रेड करने से जो इस समय टर्शरी वाटर की सप्लाई आती है और जो उसमे दुर्गंध आ रही है, वह दूर हो जाएगी। मनीमाजरा में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू होगी
मनीमाजरा में 24 घंटे की पानी की सप्लाई शुरू करने का भी टेंडर दिसंबर में हुआ था। इस प्रोजेक्ट की लागत 140 करोड़ रुपये रखी है। इस प्रोजेक्ट के बाद शहर में अन्य जगह 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। इसमें 55 करोड़ वाटर सप्लाई 24 घंटे करने और स्काडा लगाने पर खर्च होंगे, 81 करोड़ पांच साल की मेंटेनेंस एंड ऑपरेशन पर खर्च होंगे। मनीमाजरा में लगेंगे 13 हजार से ज्यादा स्मार्ट वाटर मीटर
मनीमाजरा में स्मार्ट वाटर मीटर लगाने का भी 24 करोड़ रुपये का टेंडर जारी हो चुका है। जिसके तहत अभी 13 हजार 700 स्मार्ट मीटर लग जाएंगे। स्मार्ट मीटर को मनीमाजरा में बनने वाले स्काडा से जोड़ा जाएगा। वहां बैठे कर्मचारियों को मीटर की री¨डग बारे जानकारी मिलती रहेगी। वहीं, पानी चोरी बारे स्काडा से जानकारी मिल सकेगी। इसके कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारियों को पानी की लाइन में फॉल्ट आने या लीकेज होने या फिर लाइन टूटने का पता चलेगा। कर्मचारी को पानी चोरी करने वालों का भी पता लगेगा। लाइन में कोई भी फाल्ट आने पर कंट्रोल रूम से मैसेज एरिया एसडीओ और जेई के मोबाइल पर फ्लैश होगा। इसके बाद लाइनें ठीक होंगी। मृत पशुओं के संस्कर का टेंडर
शहर में मृत पशुओं की बॉडी का संस्कार करने के लिए सीएनजी की भट्ठियां लगेंगी। इन्हें सेक्टर 25 वेस्ट स्थित गारबेज प्रोसे¨सग प्लांट के पास एक एकड़ के प्लांट में लगाया जाना है। इसके तहत 5 करोड़ की लागत से पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड़ पर टेंडर निकाला गया है। इस भट्ठी में एक दिन में 10 बड़े और 30 छोटे पशुओं का संस्कार हो सकेगा। 5 हजार साइकिल शेय¨रग, 617 स्टेशन का टेंडर
शहर में साइकिल शेय¨रग सिस्टम शुरू करने के लिए भी टेंडर हो चुका है। जिसके तहत 5 हजार साइकिलें शहर में चलेगी। 617 डॉ¨कग स्टेशन बनाए जाएंगे। जहां पर लोगों को साइकिल चलाने को मिलेंगी। यह प्रोजेक्ट 20 करोड़ की लागत का है। साइकिल शेय¨रग सिस्टम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर चलाई जाएगी। जिसमे नामिनल चार्ज पर लोगों को साइकिलें चलाने को मिलेंगी। हर डॉ¨कग स्टेशन पर 8 से 9 साइकिल रखी जाएंगी। वहीं, कंपनी शहर में अपने साइकिल चलाएगी, जिसके पास साइकिल रेंट पर चलाने का अनुभव और सालाना टर्नओवर 20 करोड़ है। टेंडर अलॉट होते ही कंपनी द्वारा डॉ¨कग स्टेशन पर साइकिल खड़े करने शुरू किए जाएंगे और डॉ¨कग स्टेशन तैयार किए जाएंगे। 199 करोड़ रुपये से बनने वाले इंटेग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के प्रोजेक्ट और 943 सर्विलांस कैमरे लगाए जाने की टेंडर प्रक्रिया भी चल रही है।