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रंगों से बयां कर रहे अपनी दुनिया

जहां शहर को बनाने के लिए लिए कार्बूजिए ने अपना ऑफिस बनाया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 08:22 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 08:22 PM (IST)
रंगों से बयां कर रहे अपनी दुनिया
रंगों से बयां कर रहे अपनी दुनिया

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-19 स्थित ली कार्बूजिए सेंटर। जहां शहर को बनाने के लिए लिए कार्बूजिए ने अपना ऑफिस बनाया था। आर्किटेक्ट से लेकर कला को जोड़ती इस जमीं पर कला की खुशबू बिखरी। मंगलवार को आयोजित 19 कॉलिजन में देशभर के 19 कलाकार अपने विचारों के साथ सेक्टर -19 स्थित ली कार्बूजिए सेटंर-19 में पहुंचे। चंडीगढ़ ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित इस कॉलिजन में कोई विषय नहीं है, हर कलाकार अपनी पसंद के विषय को कैनवास पर उकेर रहा है। रंगों से साझा कर रही हैं अपने भावों को

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सर्बिया की कलाकार तान्या जोकिक ने कहा कि वह दूसरी बार भारत आई हैं। चंडीगढ़ पहली बार आना हुआ है। इसे अभी तक केवल कैब के अंदर से ही देखा। यहां घूम नहीं पाई। मगर ये किसी विलायत के शहर जैसा है जहां सफाई और हरियाली का काफी ख्याल रखा जाता है। अपनी बात करूं तो मुझे रंग पसंद है। रंगों के साथ मेरे भाव जुड़े हैं। जिससे कि मैं अपना हर भाव प्रस्तुत करती हूं। मसलन अपना गुस्सा, शांति और हर चीज को मैं रंगों में दर्शाती हूं। अभी मैं इस शहर में हूं तो जैसे मेरे भाव हैं, वैसे ही पेंटिग में रंग उभर रहे हैं। मैं यहां की संस्कृति को भी जानने में दिलचस्पी रखती हूं। चंडीगढ़ शहर की रफ्तार को दर्शा रहा हूं

दिल्ली के कलाकार अनूप कुमार चांद ने कहा कि वह इस शहर पहली बार आए हैं। यहां आते ही उन्हें यहां का आर्किटेक्ट और शहर की रफ्तार पसंद आई। इसलिए दोनों के मेल को पेंटिंग में बना रहे हैं। इसके अलावा इसमें कुदरत को भी जोड़ा है। इस शहर में इस जगह में ही आप कितनी खूबसूरती देख रहे हैं। कार्बूजिए सेंटर में कितनी हरियाली है, ये इस शहर के बनाने वाले की विचारधारा को दर्शाता है। अपनी बात करूं तो मैंने ओडिशा से पढ़ाई की और फिर झारखंड जैसे राज्यों में भी रहा। यहां मैंने लोक कला को ज्यादा से ज्यादा समझा। एक शहर से दूसरी जगह बस जाने का दर्द

शहर के कलाकार बोडासिगू रविकिरण अपनी पेंटिग में माइग्रेशन विषय को पेंट कर रहे हैं। मैं खुद अन्य राज्य से हूं। इस राज्य में आया तो यहीं बस गया। मगर कहीं न कहीं अपने राज्य से बिछड़ने का दुख तो हमेशा रहता ही है। मगर ऐसा नहीं है कि इसमें केवल दुख है। दूसरे राज्य या शहर से आप काफी कुछ अर्जित करते हो। ऐसे में उस खुशी और गम दोनों को ही इस पेंटिग में दर्शा रहा हूं। इसमें अभी पहली लेयर का काम हुआ है, दूसरी लेयर पर काम अभी शुरू करना है। सिटी ब्यूटीफुल को सिटी कलरफुल के रूप में दिखा रहा हूं

कुरुक्षेत्र युनिवर्सिटी के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के चेयरमैन राम वृजवान अपनी पेंटिग में कई रंगों को लिए हैं। बोले कि इसमें मैंने रंगों की अपनी दुनिया को दर्शाया है। इसमें कुछ चेहरे और उनके भाव भी नजर आ रहे हैं। इस पर राम ने कहा कि रंगों की दुनिया मुझे बचपन से ही पसंद है। इसके द्वारा मैं अपनी हर बात कहता हूं। सिटी ब्यूटीफुल में हूं, तो इसे सिटी कलरफुल के रूप में दिखा रहा हूं। ये मेरे इस शहर से जुड़े अपने अनुभव हैं। जिसमें मैं इसकी खूबसूरती को इन रंगों के माध्यम से प्रभाषित कर रहा हूं। शहरवासी पहुंचे इस वर्कशॉप में

चंडीगढ़ ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भीम मल्होत्रा ने कहा कि ये वर्कशॉप सभी लोगों के लिए है। जिसमें वो आकर यहां कला की जानकारी ले सकते हैं। इसमें वह जान सकते हैं कि पेंटिग किस तरह से बनाई जाती है। ये वर्कशॉप दो दिन और रहेगी।


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