New Year Gift : सप्ताह के छह दिन चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच दाैड़ेगी तेजस
अधिकारियों की मानें तो दिसंबर में नॉर्दन रेलवे की एक टीम तेजस एक्सप्रेस को चंडीगढ़ से चलाने से पहले यहां ट्रैक आदि व्यवस्था की ग्राउंड पर चल रही तैयारियों का जायजा लेने आएगी।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। नए साल पर चंडीगढ़ को तेजस की सौगात मिलनी तय है। रेलवे बोर्ड की ओर से इस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच तेजस एक्सप्रेस चलाई जाएगी। चंडीगढ़ से हफ्ते में तेजस छह दिन चलेगी।
अधिकारियों की मानें तो दिसंबर में नॉर्दन रेलवे की एक टीम तेजस एक्सप्रेस को चंडीगढ़ से चलाने से पहले यहां ट्रैक आदि व्यवस्था की ग्राउंड पर चल रही तैयारियों का जायजा लेने आएगी। कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्टरी में तेजस एक्सप्रेस के कोच बनकर तैयार हो चुके हैं। तेजस के इन कोच के निर्माण पर रेलवे की ओर से करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
आबादी वाले एरिया से गुजर रहे ट्रैक को कवर करने के लिए दीवारों का निर्माण शुरू
चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच आबादी वाले एरिया को नार्दन रेलवे ने ऊंची दीवारों और कंटीले तार से कवर करने का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। पहले फेज में चंडीगढ़ से अंबाला के बीच सभी आबादी वाले एरिया से गुजर रहे रेल ट्रैक के दोनों ओर ऊंची दीवारों को निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। दूसरे फेज में अंबाला से दिल्ली के बीच यह निर्माण कार्य शुरू होगा। तेजस चलाने से पहले रेलवे की ओर से इस ट्रेन की स्पीड को ध्यान में रखते हुए ट्रैक के दोनों ओर सुरक्षा के लिहाज से दीवारें खड़ी की जा रही हैं।
बुधवार को छोड़ हफ्ते में छह दिन चलेगी तेजस
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच तेजस एक्सप्रेस को हफ्ते में छह दिन संचालित किया जाएगा। सप्ताह में बुधवार वाले दिन चंडीगढ़ से तेजस नहीं चलेगी। तेजस एक्सप्रेस को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सुबह साढे़ नौ बजे चलाया जाएगा। जोकि दोपहर में करीब 12.25 बजे तक यह ट्रेन चंड़ीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन चंडीगढ़ से दोपहर 2.35 बजे चलेगी और शाम साढे़ पांच बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। इसमें कुल 12 डिब्बे होंगे। इस ट्रेन का नंबर 22425/22426 होगा।
तेजस के साथ शताब्दी की भी बढ़ेगी स्पीड
चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच तेजस शुरू होते ही शताब्दी की स्पीड भी बढ़ेगी। चंडीगढ़ से अंबाला के बीच अभी शताब्दी ट्रेन 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा चलती है। ट्रैक के दोनों ओर ऊंची दीवारें बनने और ट्रैक को तेजस के लिए कामयाब बनाने के बाद इस रेल ट्रैक पर भी शताब्दी की स्पीड भी बढ़ाई जाएगी।
चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच शताब्दी नए साल से 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाने की योजना बनाई जा रही है। चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच तेजस को लेकर रेलवे बोर्ड की ओर से अंतिम फैसला लिया जाना है, अभी लखनऊ-नई दिल्ली के बीच तेजस चल रही है। चंडीगढ़ से भी तेजस चलाने की कोशिश जारी है। -टीपी सिंह, जीएम, नॉर्दन रेलवे