बच्ची के संस्कार पर शमशान घाट में भिड़े पति-पत्नी
जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के शमशान घाट में मंगलवार दोपहर एक बच्ची के अंतिम संस्कार
जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के शमशान घाट में मंगलवार दोपहर एक बच्ची के अंतिम संस्कार को लेकर पति-पत्नी के परिवार वालों में टकराव हो गया। कई सालों से एक-दूसरे से अलग रह रहे पति-पत्नी के मामले को शांत करवाने के लिए पुलिस को भी मौके पर आना पड़ा। मृतक बच्ची के पिता धनास निवासी ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को पत्नी ने जहर देकर मारा हैं। उसने पुलिस को मौके पर फोन कर बुलाया और कहा कि उसकी पत्नी के ससुराल वाले अपना गुनाह छिपाने के लिए बच्ची का संस्कार जल्द करना चाह रहे हैं और उसे व परिवार को बच्ची के अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिए जा रहे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शात करवाया। कई घटे हंगामे के बाद शव का संस्कार कर दिया गया। 13 साल की मृतक लड़की 9वीं में पढ़ती थी। बीते दिन उसने संदिग्ध हालत में घर में सल्फास निगल लिया था। लड़की की मां उस समय घर में नहीं थी। पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी का चरित्र ठीक नहीं था और उसकी बेटी मा की सारी हरकतें जानती थी। इसी कारण उसे सल्फास देकर मार डाला। लड़की की एक बड़ी बहन और छोटा भाई भी अपनी मां के साथ रहते हैं। उल्टी करते देख ले गए अस्पताल, नहीं बची जान
पीड़ित परिवार ने जब लड़की को उल्टी करते देखा, तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। जिसके बाद लड़की को फेज-6 सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहा से उसे जीएमसीएच-32 रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। फेज-1 पुलिस ने मंगलवार को जीएमसएच-32 में शव का पोस्टमार्टम करवा मा के बयानों पर 174 के तहत कार्रवाई की है। मां बोली : परेशान रहती थी बेटी
मृतका की मा ने कहा कि बेटी मानसिक परेशान रहती थी। महिला के पति ने बताया कि पहले वे फेज-1 मोहाली में किराये पर रहते थे। उसकी दो बड़ी बेटिया व एक छोटा बेटा है। कुछ सालों पहले उसकी पत्नी घर छोड़कर चली गई थी। वह कई बार पत्नी को लेने गया, जिसने गालीगलौच कर आने से इन्कार कर दिया। पहले 32 में हंगामा, फिर मोहाली में
मृतका के दादा ने बताया कि उनको मंगलवार सुबह पता चला कि उनकी दूसरे नंबर की पोती का कत्ल कर दिया गया है। फेज-1 पुलिस स्टेशन गए, तो वहा से उनको बताया गया कि उसने सल्फास निगल ली थी। वे अपने बेटे व अन्य रिश्तेदारों के साथ जीएमसीएच-32 में पोती के शव को देखने गए, तो वहा भी बहू व उसके रिश्तेदारों ने मुंह नहीं देखने दिया।