निष्ठा कार्यक्रम के जरिए टीचर्स बनेंगे सर्वगुण संपन्न
शहर के बच्चे अब रट्टा पैटर्न पर पढ़ाई नहीं करेंगे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
शहर के बच्चे अब रट्टा पैटर्न पर पढ़ाई नहीं करेंगे। उन्हें रोचक तरीके पढ़ाने के लिए 16 सितंबर से पांच दिवसीय विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-8, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-10, गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-48, गवर्नमेंट हाई स्कूल सेक्टर-50, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल एमएचसी मनीमाजरा, डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लाहौर सेक्टर-8 को चुना गया है। कैंप में पहली से आठवीं कक्षा की क्लासों को पढ़ाने वाले टीचर्स भाग लेंगे और जिन्हें वर्कशॉप में पढ़ाने की नई तकनीक के बारे में जानकारी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि मिनिस्ट्ररी ऑफ ह्यूमन रिर्सोस डिपार्टमेंट (एमएचआरडी) की तरफ से शुरू हुए गए कार्यक्रम नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट (निष्ठा) नाम से मुहिम शुरू की है जिसमें टीचर्स को स्टूडेंट्स की स्टडी आसान तरीके से कराने के बारे में जानकारी दी जाएगी। दो भागों में बांटी गई ट्रेनिग
निष्ठा की ट्रेनिग दो भागों में बांटी गई है। पहले तीन दिन टीचर्स को ओवरऑल जानकारी दी जाएगी। जिसमें बच्चे के निजी जीवन में होने वाले बुरी घटनाओं के बचने के बारे में बताया जाएगा। स्टूडेंट्स में तेजी से पोक्सो के केस बढ़ रहे है। उन पर कंट्रोल करने के लिए जागरूकता जरूरी है लेकिन छोटे बच्चों को बोलकर समझाना संभव नहीं है ऐसे में उन्हें अभिनय के द्वारा इसके बारे में अवगत कराया जाएगा। उसके बाद अगले दो दिनों तक स्लेबस के अनुसार ट्रेनिग दी जाएगी। जिसमें स्टूडेंट्स खेल-खेल में ही पढ़ाई कर सकेंगे। शहर के 15 टीचर्स को मिली है दिल्ली से ट्रेनिग
निष्ठा वर्कशाप के लिए ट्रेनिग देने के लिए शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के 15 हेड्स और प्रिसिपल को चुना गया है। सोमवार से शुरू होने वाली वर्कशॉप में एमएचआरडी के रिर्सोस पर्सन के साथ वह भी मौजूद रहेंगे और टीचर्स के हर सवाल का जवाब देंगे। 16 सितंबर से शुरू हो रहे कैंप में नौ सौ टीचर्स भाग लेंगे। एक कैंप में 150 टीचर्स नियुक्त किए गए है। टीचर्स को पूरा दिन वर्कशॉप में रहना होगा, स्कूल हेड्स और प्रिसिपल इन दिनों में टीचर्स को कोई भी काम नहीं देगा। एमएचआरडी के निर्देशानुसार वर्कशॉप के लिए आदेश जारी हो सके। एलीमेंटरी टीचर्स को ट्रेनिग दी जाएगी ताकि बच्चे रट्टा मारकर पढ़ाई नहीं करें। रोचक तरीके से उनके पास ज्ञान हो।
- अनुजीत कौर, जिला शिक्षा अधिकारी