Move to Jagran APP

चंडीगढ़ में ज्वाइनिंग के छह साल बाद भी क्लीयर नहीं हुआ टीचर्स का प्रोबेशन पीरियड, हाईकाेर्ट का फैसला भी दरकिनार

शिक्षा विभाग ने वर्ष 2013 में 1140 जेबीटी और टीजीटी टीचर्स की भर्ती की थी। इनमें 600 से ज्यादा टीचर्स का प्रोबेशन पीरियड अभी तक खत्म नहीं हुई। करीब 500 टीचर्स तो शिक्षा विभाग को छोड़ दूसरे राज्यों में जाकर नौकरी भी करने लग गए हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 11:29 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 11:29 AM (IST)
चंडीगढ़ में ज्वाइनिंग के छह साल बाद भी क्लीयर नहीं हुआ टीचर्स का प्रोबेशन पीरियड, हाईकाेर्ट का फैसला भी दरकिनार
वर्ष 2014 में टीचर्स की ज्वाइनिंग हुई थी, लेकिन अभी तक उनका प्रोबेशन पीरियड खत्म नहीं हुआ है।

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। शिक्षा विभाग में कार्यरत छह सौ से ज्यादा जेबीटी और टीजीटी टीचर्स का प्रोबेशन पीरियड क्लीयर होने का इंतजार खत्म नहीं हो रहा। लंबे इंतजार के चलते 1140 में से 500 से टीचर्स तो शिक्षा विभाग को छोड़ दूसरे राज्यों में जाकर नौकरी भी करने लग गए हैं।

loksabha election banner

उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने वर्ष 2013 में 1140 जेबीटी और टीजीटी टीचर्स की भर्ती की थी। लिखित टेस्ट के बाद वर्ष 2014 में टीचर्स को ज्वाइनिंग मिल गई। वर्ष 2017 में सामने आया कि भर्ती का लिखित पेपर लीक हुआ था। पुलिस जांच में 49 नाम सामने आए जिसमें से 42 ने विभाग ज्वाइन भी किया था। उसके बाद विभाग ने सभी टीचर्स को तुरंत प्रभाव से रिलीव कर दिया। विभाग के आदेश के खिलाफ टीचर्स ने कैट में अपील दायर की, जिसमें विभाग को हार माननी पड़ी और टीचर्स को दोबारा से ज्वाइन करवाना पड़ा। प्रोबेशन पीरियड को लेकर मंगलवार को टीचर्स का ग्रुप एजुकेशन सेक्रेटरी सरप्रीत सिंह गिल से भी मिला और पीरियड को क्लीयर करने की मांग उठाई है।

कैट के फैसले को विभाग ने नवंबर 2019 में हाईकाेर्ट में किया था चैलेंज

कैट का फैसला आने के करीब दो साल बाद शिक्षा विभाग ने नवंबर 2019 में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चैलेंज किया। पहली ही डेट में हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि जिन टीचर्स पर एफआईआर हुई है उन्हें हटाते हुए अन्य को काम पर रखा जाए।

प्रोबेशन पीरियड क्लीयर करने के लिए कैट में दोबारा की अपील

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद टीचर्स ने विभाग से मांग की कि उनकी पोबेशन पीरियड क्लीयर किया जाए। जिस पर विभाग ने इंकार कर दिया। उसके बाद टीचर्स ने दिसंबर 2019 में कैट में प्रोबेशन पीरियड क्लीयर होने के लिए अपील की। जब कैट में विभाग से प्रोबेशन क्लीयर नहीं होने का कारण पूछा तो विभाग का जबाव था कि हाईकाेर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करना है। उस जवाब को दिए हुए अभी दस महीने से ज्यादा का समय पूरा हो चुका है लेकिन न तो विभाग सुप्रीम कोर्ट गया और न ही टीचर्स का प्रोबेशन पीरियड क्लीयर हो सका।

दो से तीन सालों से क्लीयर होता है प्रोबेशन

प्रोबेशन पीरियड दो से तीन सालों का होता है। जब तक पीरियड क्लीयर नहीं होता टीचर्स को सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पाती है। जैसे टीचर्स का हर साल नियमित वेतन नहीं बढ़ता, एक्स इंडिया लीव पर जाने की परमिशन नहीं मिलती। शिक्षा विभाग को छोड़कर दूसरे विभाग में जाने से पहले विभाग का कोई अनुभव प्रमाण पत्र नहीं मिलता।

कोविड-19 के चलते अभी सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर नहीं हुई है। जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का रूख किया जाएगा।

रूबिंदरजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.