टीचर इस सीख ने बनाया निडर... और आज हैं पीयू के एनवायरमेंट डिपार्टमेंट की चेयरपर्सन Chandigarh News
बीएससी में मैने एक बार लैब में स्लाइड बनाई। उसे टीचर खुद देखकर मुझे शाबाशी भी दे चुके थे लेकिन फाइनल परिणाम से पहले ही अचानक वह मेरे हाथ से टूट गई।
चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। मैंने बीएससी मेडिकल साइंस हिसार के सर छोटूराम जाट कॉलेज से पूरी की। बीएससी करने के दौरान एक बार लैब में स्लाइड बनाई थी। यह स्लाइड लैब में काम करने वाले सभी स्टूडेंट्स से बेहतर थी और उसे टीचर खुद देखकर मुझे शाबाशी भी दे चुके थे लेकिन फाइनल परिणाम से पहले ही अचानक वह मेरे हाथ से छूटकर धरती पर गिरी और टूट गई। यह अनुभव पंजाब यूनिवर्सिटी की एनवायरमेंट डिपार्टमेंट की चेयरपर्सन डॉ. सुमन मोर ने दैनिक जागरण संवाददाता से साझे किए।
सुमन ने बताया कि मैं मेहनती जरूर थी लेकिन जिस टीचर की लैब में स्लाइड टूटी थी, वह बहुत ज्यादा सख्त भी थे। मैं पूरी तरह से डरी हुई थी कि टीचर से जमकर डांट पड़ेगी, लेकिन टीचर ने मुझे कहा कि बच्चे जब काम करोगे तो गलती भी होगी। इसलिए गलती होने के डर से कभी काम को बंद मत करो। टीचर ने कहा कि हमेशा आगे बढ़ने के लिए कोशिश करो। उस कोशिश में आपको नाकामी भी हासिल होगी लेकिन वह आपकी सफलता की सीढ़ी बनेगी।
एमएससी करते हुए सीख हुई पक्की
सुमन ने बताया कि बीएससी मेडिकल करने के बाद मैंने एमएससी एनवायरमेंट साइंस में करनी शुरू की। दूसरे सेमेस्टर की छात्रा थी कि एक प्रोजेक्ट बना रही थी। लेकिन उसमें परफेक्शन नहीं मिल रही थी। वह प्रोजेक्ट मेरे दिमाग में बैठ गया था। मैंने लगातार बिना रुके 12 बार उस प्रोजेक्ट को दोहराया और वह बनकर तैयार हो गया। जब मैंने प्रोजेक्ट पूरा किया तो टीचर की बात याद आई कि जब बार-बार काम करोगे, गलती करोगे तभी सफलता मिलेगी। वह बात आज तक मैंने मन में बैठा रखी है। मैं अपने स्टूडेंट्स को भी हमेशा मोटिवेट करती हूं कि कोई गलती होने के डर से खुद के काम को रोको मत। असफलता मिलेगी, इसके लिए आगे बढ़ने का विचार त्यागो मत। जब मेहनत करोगे और एक बार हुई गलती को दोबारा नहीं करोगे तो सफलता जरूर मिलेगी।