Move to Jagran APP

नाबाद-233: टारेगट सेट, रणजी सीजन में नॉटआउट रहकर बनाने हैं सबसे ज्यादा रन: अर्सलन खान

डेब्यू मैच में नाबाद 233 रन की पारी खेलने वाले चंडीगढ़ टीम के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद अर्सलन खान को उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत मैन ऑफ द मैच दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 07:42 PM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 06:07 AM (IST)
नाबाद-233: टारेगट सेट, रणजी सीजन में नॉटआउट रहकर बनाने हैं सबसे ज्यादा रन: अर्सलन खान
नाबाद-233: टारेगट सेट, रणजी सीजन में नॉटआउट रहकर बनाने हैं सबसे ज्यादा रन: अर्सलन खान

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : डेब्यू मैच में नाबाद 233 रन की पारी खेलने वाले चंडीगढ़ टीम के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद अर्सलन खान को उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत मैन ऑफ द मैच दिया गया। दैनिक जागरण से बातचीत में अर्सलन खान ने कहा कि यह प्रदर्शन एक दिन की मेहनत का नतीजा नहीं है। मैंने वर्षो ग्राउंड पर पसीना बहाया है, तब यह दिन मुझे देखना नसीब हुआ है। मैं व‌र्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने के लिए नहीं खेल रहा था, पहले मेरा लक्ष्य था कि मैं शतक लगाऊं, शतक पूरा हुआ तो फिर मेरा लक्ष्य था कि मैं नॉटआउट रहूं। रिकॉर्ड के बारे में न तो मुझे जानकारी थी और न ही टीम को। हमने पहले ही तय कर रखा था कि 500 रन बनाकर पारी घोषित कर देंगे। अंडर-23 वनडे ट्रॉफी में बना आत्मविश्वास आया काम

loksabha election banner

अर्सलन खान ने बताया कि वनडे ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी से मेरा आत्मविश्वास बना था, इसका मुझे रणजी मैच खेलने में भी फायदा मिल रहा है। व‌र्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में बात करते हुए अर्सलन ने हंसते हुए बताया कि जो खिलाड़ी 230 पर खेल रहा होता है, उसका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है। फिलहाल टीम के लिए जीत जरूरी थी, वो हमें मिली अब मेरा पूरा ध्यान अगले मैच पर है। मेरा यही टारगेट है कि मैं इस रणजी सीजन में सबसे ज्यादा स्कोर करूं। टीम इंडिया में जगह बनाने का यही एक रास्ता है, इसलिए मैं पूरी कोशिश करूंगा। गौरतलब है कि सीजन एक रणजी सीजन में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत रन बनाने का रिकॉर्ड वीवीएस लक्ष्मण के नाम है। उन्होंने साल 1999-2000 रणजी सीजन में 1415 रन बनाए थे और आठ शतक जमाए थे। छोटी हाइट को बनाया है अपनी मजबूती

अर्सलन खान बताते हैं कि उन्हें मालूम है कि उनकी हाइट छोटी है, लेकिन इसका हमेशा उन्होंने मैदान में फायदा उठाया है। उन्होंने बताया कि लंबे बल्लेबाज को जब गेंदबाज गेंद करवाता है तो उसकी लैंथ बराबर रहती है, लेकिन छोटी हाइट के बल्लेबाज के लिए लिए गेंदबाज को अपनी रणनीति में बदलाव लाना पड़ता है, उनके लिए हर अच्छी गेंद शॉट पिच होती है। इसलिए मुझे बल्लेबाजी करने में कोई दिक्कत नहीं होती है। हर गेंद और हर गेंदबाज को देता हूं सम्मान

अर्सलन खान ने बताया कि लंबी पारी खेलने के लिए आपको गेंद फेंकने वाले गेंदबाज को सम्मान देना पड़ता है। मैं लंबी पारियां इसलिए खेल पा रहा हूं क्योंकि मैं गेंदबाज को कभी हलके में नहीं लेता, हर गेंद पर शॉट खेलने की तलब मुझमें नहीं है। मैं उसी गेंद को हिट करता हूं जिसे मैं बाउंड्री के बाहर पहुंचा सकूं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.