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टंडन और खेर गुट भी किसी एक दावेदार के नाम पर एकजुट नहीं

भाजपा में मेयर पद का उम्मीदवार बनने के लिए घमासान मचा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 07:12 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 07:12 PM (IST)
टंडन और खेर गुट भी किसी एक दावेदार के नाम पर एकजुट नहीं
टंडन और खेर गुट भी किसी एक दावेदार के नाम पर एकजुट नहीं

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भाजपा में मेयर पद का उम्मीदवार बनने के लिए घमासान मचा है। सांसद किरण खेर और भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन का गुट खुद भी अपने किसी एक दावेदार का नाम तय करवाने के लिए एकजुट नहीं है। दोनों गुटों में भी पार्षद बिखर गए हैं। सांसद किरण खेर गुट से सतीश कैंथ और फरमिला देवी दावेदार हैं। जबकि भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन गुट से राजेश कालिया और भरत कुमार दावेदार हैं। इसके अलावा जातिगत कार्ड भी दावेदारों ने शुरू कर दिया है। जबकि दावेदारों ने भी दिल्ली में डेरा डालना शुरू कर दिया है। भाजपा के दिग्गज पहुंचे दिल्ली

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भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन और मेयर देवेश मोदगिल दिल्ली पहुंच गए हैं, जबकि सांसद किरण खेर पहले से दिल्ली में हैं। 12 जनवरी को दिल्ली में कोर ग्रुप की बैठक बुलाई गई है, लेकिन इस बैठक में शामिल होने के लिए नेता वीरवार को ही रवाना हो जाएंगे, क्योंकि दिल्ली में वीरवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक है। शुक्रवार 4 बजे परिषद की बैठक समाप्त होने के बाद कोर ग्रुप की बैठक होगी, जिसमें दावेदारों के नामों पर मंथन किया जाए। सभी की राय राष्ट्रीय सगठन मंत्री और अध्यक्ष अमित शाह को बताई जाएगी। कोर ग्रुप की बैठक में प्रभारी प्रभात झा, सगठन मंत्री दिनेश कुमार, भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन, मेयर देवेश मोदगिल, पूर्व अध्यक्ष कमला शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी के दोनों महासचिव इसके सदस्य हैं। दावेदारों को हाईकमान की ओर से नहीं बुलाया गया है, लेकिन फिर भी दावेदार पहुंच रहे हैं। 13 जनवरी को पार्टी प्रभारी प्रभात झा चंडीगढ़ आकर मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे। 14 जनवरी को इन तीनों पदों के लिए नामांकन की तारीख तय है। जीत के लिए चाहिए 14 वोट, कोई तीसरा उम्मीदवार उतरा तो जीत चाहिए 10 वोट

नगर निगम के 26 निवार्चित पार्षद हैं। इनके साथ सांसद किरण खेर भी मेयर चुनाव के लिए मतदान करेगी। अगर भाजपा और कांग्रेस के दावेदार ही खड़े होते हैं, तो जीत के लिए 14 वोट चाहिए। जबकि भाजपा के पास सांसद को मिलाकर कुल 21 मत हैं। लेकिन अगर भाजपा में से किसी दावेदार ने बगावत करके निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ लिया, तो जीत के लिए 10 वोट की जरूरत होगी। मालूम हो कि प्रशासन की ओर से नियुक्त 9 मनोनीत के पास वोट का अधिकार नहीं है। दावेदारों पर करेंगे मंथन : टंडन

भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन का कहना है कि 12 जनवरी की शाम को मेयर के दावेदारों पर मंथन किया जाएगा। उसके बाद 13 जनवरी की सुबह मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी।


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