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पीयू चंडीगढ़ में सिंडिकेट का बचा एक हफ्ते कार्यकाल, कैंपस में करीब 145 शिक्षकों के पद खाली

पंजाब यूनिवर्सिटी में सिंडीकेट का कार्यकाल मात्र एक सप्ताह का ही बचा है। 31 दिसंबर को सिंडीकेट का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ऐसे में अब सिंडीकेट की बैठक होने की उम्मीद भी कम ही नजर आ रही है।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 03:54 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 03:54 PM (IST)
पीयू चंडीगढ़ में सिंडिकेट का बचा एक हफ्ते कार्यकाल, कैंपस में करीब 145 शिक्षकों के पद खाली
पंजाब यूनिवर्सिटी स्थित स्टूडेंट सेंटर का फाइल फोटो।

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी में जनरल बॉडी सिंडिकेट का कार्यकाल अब केवल एक सप्ताह का रह गया है। ऐसे में सिंडिकेट बैठक होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। पीयू वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार पहले ही कह चुके हैं कि वह बैठक आयोजित करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बैठक ऑनलाइन मोड में होगी।

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वहीं सिंडिकेट सदस्यों ने इस बात को लेकर अड़े हुए हैं कि वो सिंडिकेट बैठक ऑफलइन माेड यानि फिजिकल तौर पर आयोजित करवाना चाहते हैं। इस हालात में सिंडिकेट बैठक आयोजित नहीं हो पा रही है। वहीं 31 दिसंबर को सिंडिकेट का कार्यकाल भी खत्म हो रह है। ऐसे में इस वर्ष भी कैंपस में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाएगी। हालांकि सिंडिकेट और सीनेट सहीत कई मुद्दों पर सिंडिकेट सदस्यों ने हाई कोर्ट में केस भी किया हुआ है जिसकी अगली सुनवाई 12 जनवरी 2021 को होगी।

शिक्षकों की नियुक्ति बड़ा मुद्दा

कैंपस में जहां एक ओर कई मुद्दे लंबित पड़े है लेकिन इनमें किसी का ध्यान कैंपस में शिक्षकों की कमी पर नहीं जा रहा है। कैंपस में इस समय करीब 145 शिक्षकों के पद खाली हैं। यह पद कई वर्षों से खाली पड़े हैं जिन्हें अभी तक नहीं भरा गया है। वहीं इस वर्ष इन पदों को भरने की बात कही जा रही थी लेकिन कोविड-19 की वजह से इन पदों पर भर्ती नहीं निकाली गई।

यूजीसी से भी मिलनी है परमिशन

सूत्रों के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पीयू को पहले यूजीसी से भी परमिशन लेनी होगी। इसके लिए फिलहाल यूजीसी को पिछले वर्ष पत्र लिखा गया है। हालांकि अभी तक यूजीसी की ओर से इस पत्र का जवाब नहीं दिया गया है। लेकिन उम्मीद जताई रही है दिसंबर के अंत तक इसका जवाब आ सकता है।


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