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मेयर कालिया के खिलाफ मामले की नहीं कर सकता जांच, इस अधिकारी ने कमिश्नर को लिखा पत्र

नगर निगम के मेयर राजेश कालिया पर जेई की ओर से लगाए गए आरोप के मामले की जांच करने से जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एनपी शर्मा ने साफ इन्कार कर दिया है।

By Sat PaulEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 01:48 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 01:48 PM (IST)
मेयर कालिया के खिलाफ मामले की नहीं कर सकता जांच, इस अधिकारी ने कमिश्नर को लिखा पत्र
मेयर कालिया के खिलाफ मामले की नहीं कर सकता जांच, इस अधिकारी ने कमिश्नर को लिखा पत्र

जेएनएन, चंडीगढ़। नगर निगम के मेयर राजेश कालिया पर जेई की ओर से लगाए गए आरोप के मामले की जांच करने से जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एनपी शर्मा ने साफ इन्कार कर दिया है। एनपी शर्मा ने नगर निगम कमिश्नर केके यादव को इस संबंध में पत्र लिखकर अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मेयर के खिलाफ वह जांच नहीं कर सकते, क्योंकि मेयर शहर के प्रथम नागरिक होने के साथ साथ नगर निगम के हेड हैं। मेयर का पद संवैधानिक है। वह एक जूनियर अधिकारी हैं। एनपी शर्मा ने कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा है कि किसी सीनियर अधिकारी से जांच करवाई जाए तो बेहतर है।

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प्रशासन चाहता है जल्द पूरी हो जांच

उधर, प्रशासन पहले ही मामले का संज्ञान ले चुका है। प्रशासन ने नगर निगम कमिश्नर को मामले की जांच रिपोर्ट जल्द पेश करने के लिए कहा है, लेकिन सुपरिटेंडेट इंजीनियर द्वारा जांच करने से मना करने के बाद अब मामला लटक गया है, क्योंकि अब कमिश्नर केके यादव को इस मामले में नया जांच अधिकारी नियुक्त करना होगा।

जेई सुभाष चंद ने मेयर पर यह लगाए थे आरोप

चार फरवरी को नगर निगम के जेई सुभाष चंद ने कमिश्नर केके यादव को लिखित में शिकायत देकर कहा था कि मेयर उन पर जूझारनगर नगर में बनी निजी कोठी पर फ्री में काम करने का दबाव बना रहे हैं। मेयर राजेश कालिया ने भी कार्यवाहक कमिश्नर संजय झा को मामले में जांच करवाने के लिए पत्र लिखा था। जेई ने कमिश्नर को दी शिकायत में कहा है कि उन पर मेयर ने जूझार नगर में अपनी निजी कोठी में वाइट वाश, डिस्टेंपरिंग और पेंटिंग का दो लाख का वर्क फ्री में करवाने का दबाव बनाया गया है। ऐसा न करने पर मेयर कालिया ने धमकी दी कि अगर ऐसा न किया गया तो उसका तबादला करवा दिया जाएगा।

कैंथ ने सलाहकार से की थी जांच अधिकारी बदलने की मांग

भाजपा से बागी होकर मेयर का चुनाव लड़ चुके सतीश कैंथ ने भी सलाहकार मनोज परिदा को पत्र लिखकर इस मामले में जांच अधिकारी को बदलने की मांग की थी। कैंथ के अनुसार जेई ने मेयर पर आरोप लगाया है। ऐसे में उसी विभाग के एसई से जांच नहीं करवानी चाहिए। उनका कहना है कि कोई पीसीएस, एचसीएस या आइएएस स्तर का अधिकारी ही जांच करे। कैंथ का आरोप है कि जेई पर निरंतर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।

नए अधिकारी को सौंपी जाएगी जांच: केके यादव

नगर निगम के कमिश्नर केके यादव का कहना है कि सुपरिटेंडेट इंजीनियर एनपी शर्मा ने जांच करने में लिखित तौर पर असमर्थता जताई है। प्रशासन पहले ही इस मामले में रिपोर्ट मांग चुका है। अब नए अधिकारी को जांच सौंपी जाएगी।

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