Punjab scholarship scam: सुनील जाखड़ की मंत्री धर्मसोत को क्लीनचिट, अफसर पर निशाना
Punjab scholarship scam पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने चुप्पी तोड़ी है! मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को क्लीनचिट दी और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी कृपायशंकर सरोज पर निशाना साधा।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Punjab scholarship scam: पंजाब में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य की मुख्य सचिव जांच कर रही हैैं और उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ये स्पष्ट कर दिया कि घोटाले को लेकर कांग्रेस संगठन भी कांग्रेस सरकार के साथ ही खड़ी है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- अभी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए
जाखड़ ने घोटाले में फंसे सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को अपरोक्ष रूप से ‘क्लीनचिट’ दी। इसके साथ ही विभाग के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी कृपा शंकर सरोज की तरफ उंगली उठा दी। जाखड़ ने मामले को नया रूप देते हुए मोदी सरकार द्वारा 2017 में पोस्ट मैट्रिक स्कालशिप योजना को बंद करे की निंदा की।
जाखड़ की सुखबीर बादल को सलाह, मोदी सरकार ने बंद कर दी स्कालरशिप योजना, दिल्ली में धऱना दो
घोटाले को लेकर राजनीतिक पार्टियों व सामाजिक संगठन द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन और धर्मसोत के पुतले फूंकने को लेकर उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला किया। उन्होंने धर्मसोत का बचाव करते हुए कहा कि पुतले तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फूंकने चाहिएए जिन्होंने 2017 में पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह द्वारा लाई गई योजना को बंद कर दिया। हालंकि उन्होंने कहा कि यह योजना 10 साल के लिए चलाई गई थी।
उन्होंने अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को कहा कि उन्हें केंद्र में जाकर मामले को उठाना चाहिए। उन्होंने सरकार और धर्मसोत का बचाव करते हुए कहा, चीफ सेक्रेटरी इस मामले की जांच कर रही हैं। उनकी जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृपा शंकर सरोज ने अपनी रिपोर्ट में धर्मसोत को दोषी ठहराया। यह वही अधिकारी हैं, जोकि अकाली भाजपा सरकार के दौरान 2015 से 2017 तक इसी विभाग के सेक्रेटरी थे। तब पहली बार घोटाला सामने आया था। उस समय अकाली दल के दलित विधायक पवन टीनू ने भी खुद मार्च में बजट सत्र के दौरान इसे बड़ा घोटाला बताते हुए विजिलेंस जांच की मांग की थी। यह मांग तत्कालीन डिप्टी मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने भी की थी।
2016 और 2020 में एक ही कामन बात
जाखड़ ने 2016 में जब अकाली-भाजपा सरकार के दौरान स्काॅलरशिप घोटाले का मामला उभरा था, तब अकाली दल के गुलजार सिंह रणीके विभाग के मंत्री होते थे। 2020 में साधू सिंह धर्मसोत मंत्री हैं। इन दोनों में एक बात कामन है कृपाशंकर सरोज। तब वह सेक्रेटरी होते थे अब वह एडिशनल चीफ सेक्रेटरी है। जाखड़ ने कहा कि इतना समय बीत गया लेकिन सिस्टम में कोई सुधार नहीं है।
तीखे सवालों से जवाब देने से कतराते रहे
सुनील जाखड़ ऐसे नेता है जिन्होंने 2012 से लेकर दिसंबर 2015 तक विधान सभा में सबसे ज्यादा अवैध रेत खनन और पोस्ट मैट्रिक स्कारशिप का मुद्दा उठाया। जाखड़ कभी भी इन मुद्दों पर बात करने से नहीं कतराते थे लेकिन शुक्रवार को ज्वलंत मुद्दों को लेकर वह जवाब देने से कतराते रहे। जब उनसे पूछा गया कि सरकार मंत्री को बचा कर अधिकारी को बली का बकरा बना रही है, तो उनका कहना था, जांच रिपोर्ट में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
अलबत्ता वह इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि दो दिन पूर्व जब साधू सिंह धर्मसोत ने प्रेस कांफ्रेंस की तो मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू किस अधिकार के तहत मंत्री के साथ थे? न ही उन्होंने इस सवाल का जवाब दिया कि जब चीफ सेक्रेटरी ने 2019 में डिप्टी डायरेक्टर परिमंदर सिंह गिल को सस्पेंड किया तो फिर मंत्री ने उन्हें क्यों बहाल करवाया।
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