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पहली बार सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में देखे गए जंगल कैट और बार्किंग डीयर

सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी अब पहले से अत्यधिक घनी और विविधता पूर्ण हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 11:30 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 11:30 PM (IST)
पहली बार सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में देखे गए जंगल कैट और बार्किंग डीयर
पहली बार सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में देखे गए जंगल कैट और बार्किंग डीयर

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी अब पहले से अत्यधिक घनी और विविधता पूर्ण हो गई है। पहली बार सेंक्चुरी में जंगल कैट (जंगली बिल्ली) और बार्किग डीयर (भौंकने वाला हिरण) की उपस्थिति देखी गई है। इससे पहले यह दोनों जंगली जानवर सुखना सेंक्चुरी में कभी नहीं देखे गए।

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वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूडब्ल्यूआइ) देहरादून की रिपोर्ट में यह सामने आया है। फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने पांच से नौ मई 2021 के दौरान डब्ल्यूडब्ल्यूआइ के तकनीकी सहयोग और एक्सप‌र्ट्स की मदद से यह वाइल्ड लाइफ सर्वे किया था। डब्ल्यूडब्ल्यूआइ टीम को वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में विस्तृत सर्वे करने का अनुभव है।

अब डब्ल्यूडब्ल्यूआइ ने इस सर्वे की रिपोर्ट जारी की है। जिसमें डब्ल्यूडब्ल्यूआइ ने पुष्टि की है कि सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में जंगली जानवरों की प्रजाति बढ़ रही हैं। यह वाइल्ड लाइफ के लिए अच्छे संकेत हैं। डब्ल्यूडब्ल्यूआइ ने रिपोर्ट में बताया कि सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के इतने छोटे एरिया में बायोलॉजिकल डायवर्सिटी का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला है। यह इस सेंक्चुरी को खास बनाता है। तेंदुआ सहित यह जानवर मिले

सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी में सांभर सबसे अधिक पाया जाने वाला जानवर है। इसका घनत्व देहरादून स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क जितना है। सुखना सेंक्चुरी में सांभर की अनुमानित जनसंख्या 290-763 है। सर्वे में सुखना सेंक्चुरी के अंदर मिलने वाले अन्य जानवरों में तेंदुआ, जंगल कैट, गोल्डन जैकल, भारतीय ग्रे नेवला, चीतल, जंगली सूअर, नीलगाय, हनुमान लंगूर, इंडियन पैंगोलिन, इंडियन पॉरक्यूपाइन के साथ पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां मिली हैं। सर्वे में 16 प्रजातियों के पक्षी सेंक्चुरी में मिले हैं। इसके अलावा जंगली मवेशी और स्ट्रे डॉग भी पाए गए हैं। इस पर तुरंत ध्यान देने का सुझाव दिया गया है। डब्ल्यूडब्ल्यूआइ ने स्टडी का दिया सुझाव

डब्ल्यूडब्ल्यूआइ ने सर्वे के साथ चंडीगढ़ प्रशासन को हैबिटेट कैरेक्टराइजेशन और वेजिटेशन कम्युनिटी स्ट्रक्चर के लिए विस्तृत स्टडी का सुझाव दिया है। इंस्टीट्यूट ने कहा है कि सेंक्चुरी के वाइल्डलाइफ हैबिटेट रिलेशनशिप को समझने के लिए यह स्टडी होनी चाहिए। 2600 हेक्टेयर में फैली सेंक्चुरी

सुखना वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी चंडीगढ़ के 2600 हेक्टेयर एरिया में फैली है, जिसमें पानी के बड़े स्त्रोत, घास के ग्राउंड और हरे भरे पेड़ हैं। बहुत से पेड़ उन प्रजाति के हैं जो नेचुरल रीजेनरेशन प्रक्रिया से खुद उगते रहते हैं। यह सभी चीजें सुखना सेंक्चुरी को खास बनाती हैं। वाइल्ड लाइफ सर्वे में जंगल कैट और बार्किग डीयर मिलने की पुष्टि हुई है। डब्ल्यूडब्ल्यूआइ की सर्वे रिपोर्ट सेंक्चुरी के संरक्षित एरिया में प्राकृतिक आवास के संकेत देती है। मई 2021 में यह सर्वे किया गया था। इतने कम एरिया में जंगली जानवरों की ऐसी प्रजाति मिलना अनूठी बात है।

- देबेंद्र दलाई, चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट, चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन, चंडीगढ़


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