शिअद अध्यक्ष बनने पर भी कम नहीं होंगी सुखबीर बादल की मुश्किलें, इन बड़ी चुनौतियों का करना होगा सामना
शिरोमणि अकाली दल के दोबारा प्रधान बनने पर सुखबीर बादल (Sukhbir Badal) के सामने कई चुनौतियां हैं। खासकर श्री अकाल तख्त साहिब की बनाई कमेटी का समानांतर ...और पढ़ें

इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल का फिर से प्रधान चुने जाने पर सुखबीर बादल (Sukhbir Badal) के लिए कठिनाइयां प्रतीक्षा कर रही हैं। विशेष रूप से श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से बनाई गई कमेटी का समानांतर भर्ती अभियान बड़ी चुनौती है।
पार्टी के अधिकतर वरिष्ठ नेता, जिनमें प्रो प्रेम सिंह चंदूमाजरा, मनप्रीत अयाली, इकबाल सिंह झूंदा, बीबी जगीर कौर आदि शामिल हैं, कमेटी की ओर से चलाई जा रही भर्ती कमेटी के पक्ष में हैं। सुखदेव सिंह ढींडसा व उनके बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा भी उन्हीं के साथ हैं।
क्या होगी सुखबीर बादल की चुनौती?
अब सवाल यह है कि यह भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्थिति क्या होगी? क्या इसमें शामिल होने वाले कार्यकर्ता व नेता शिरोमणि अकाली दल का हिस्सा बनेंगे या एक नया अकाली दल गठित करेंगे। सुखबीर बादल के लिए चुनौती यह होगी कि वह अपने पुराने सहयोगियों को वापस शिअद में लौटा लाएं।
मालवा में भी अकाली दल कमजोर
किसी समय अकाली दल का गढ़ मालवा इन दिनों बुरी तरह से टूटा हुआ है। वहां अब बहुकोणीय लड़ाई हो रही है। इससे पहले तक शिअद-भाजपा गठजोड़ व कांग्रेस ही राजनीतिक मैदान में थे।
आम आदमी पार्टी के आने से लड़ाई तिकोनी हो गई तथा भाजपा के अकाली दल के साथ न रहने से यह बहुकोणीय हो गई है। तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए सुखबीर बादल जिस प्रकार भाजपा से अलग हुए, उसके बाद ऐसा नहीं लग रहा कि अकाली दल व भाजपा एक साथ आ पाएंगे।
अकाल तख्त की कमेटी का भर्ती अभियान हुआ ठुस्स
अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार रघबीर सिंह व अन्य सिंह साहिब द्वारा गठित भर्ती कमेटी का भर्ती अभियान सुखबीर बादल के पार्टी का प्रधान बनने से ठुस्स होकर रह गया है। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने नवनियुक्त प्रधान सुखबीर बादल को सम्मानित करके उनके साथ ही उनके गुट को भी मान्यता प्रदान कर दी है।
मार्च 2025 में कमेटी के वरिष्ठ सदस्य मनप्रीत सिंह अयाली की अगुआई में भर्ती अभियान शुरू किया गया है। इस कमेटी द्वारा यह भी प्रचारित किया जा रहा है कि सुखबीर द्वारा की गई अभी तक की भर्ती गलत है, असली भर्ती तो उनकी इस कमेटी द्वारा ही की जा रही है।
अब जब बादल प्रधान बन चुके हैं तथा जत्थेदार कुलदीप सिंह ने उनसे पार्टी प्रधान के रूप में उनसे विभिन्न पंथक मसलों पर विचार-विमर्श भी किया है तो ऐसे में भविष्य में इस कमेटी का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है।
अकाल तख्त के जत्थेदार गड़गज ने सुखबीर को दिया सिरोपा
शिरोमणि अकाली दल के नवनियुक्त प्रधान सुखबीर बादल ने डेलिगेट्स चुनाव इजलास के बाद दोपहर 3.30 बजे श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज से श्री अकाल तख्त सचिवालय में मुलाकात की। आधा घंटा चली बैठक में सुखबीर ने जत्थेदार के साथ विभिन्न पंथक मसलों पर विचार-विमर्श किया।
सुखबीर बादल व सीनियर नेताओं ने सचिवालय में रहते हुए मूलमंत्र व गुरमंत्र के पाठ भी जत्थेदार के साथ किए। उनके साथ वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदड़, परमजीत सिंह सरना भी थे। जत्थेदार कुलदीप सिंह ने सुखबीर बादल को सिरोपा व सिख रहत मर्यादा संबंधी धार्मिक साहित्य देकर सम्मानित किया।
इससे पहले सुखबीर ने श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब नतमस्तक होकर वाहेगुरु का शुकराना अदा किया। वह गुरुद्वारा श्री अटल राय साहिब पर भी नतमस्तक हुए।
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