अब सब इंस्पेक्टर को शरीर में बांधना होगा कैमरा, अतिक्रमण हटाओ दस्ते को मिलेंगे बॉडी कैमरे Chandigarh News
नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते की अब हर कार्रवाई कैमरे में कैद होगी।दस्ते के हर सब इंस्पेक्टर को बॉडी कैमरे मिलेंगे।यह कैमरा हर सब इंस्पेक्टर की शरीर पर चिपका होगा।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते की अब हर कार्रवाई कैमरे में कैद होगी।दस्ते के हर सब इंस्पेक्टर को बॉडी कैमरे मिलेंगे।यह कैमरा हर सब इंस्पेक्टर की शरीर पर चिपका होगा।नगर निगम की वित्त एवं अनुबंध कमेटी ओर से जो 1471 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है उसमे बॉडी कैमरे खरीदने का भी फैसला लिया गया है।
दस्ते में इस समय 18 सब इंस्पेक्टर है।मालूम हो कि पिछले दिनों में कई बार वेंडर्स के साथ अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों के साथ हाथोपाई हो चुकी है।इसलिए इन्हें कैमरे देने का फैसला लिया गया है।इस समय शहर में वेंडर एक्ट भी लागू हैं।
कई अवैध वेंडर्स फिर से बाजारों में आकर बैठने शुरू हो गए हैं।इस समय कई महिला वेंडर्स भी अतिक्रमण हटाओ दस्ते से उलझ चुकी है जिनका सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो चुका है।इन महिलाओं को बाजारों में बैठने नहीं दिया जा रहा है।
गाैरतलब है कि शहर में वेंडरों को लाइसेंस जारी करके उन्हें चुनिंदा सेक्टरों में पुनस्र्थापित करने की योजना पर उच्च न्यायालय ने भी सख्त रूख अपनाया था। जस्टिस रावल ने पिछले दिनाें कहा था कि प्रशासन वेंडर्स को लाइसेंस देकर उन्हें हल्लोमाजरा या किसी दूरस्थ स्थान पर भेजने के बजाय उन्हें पहले से ही भीड़ भरे सेक्टरों में पुनस्र्थापित करे।
सुनवाई के दौरान शहर के बाजारों और सीमाओं पर अतिक्रमणों की जांच के लिए नियुक्त किए गए एडवोकेट संजीव शर्मा ने अपनी सचित्र रिपोर्ट अदालत में पेश की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि नगर-निगम द्वारा शहर के बाजारों के बरामदों में सिर्फ शाम 6 से 10 बजे के बीच ही सीटें लगाए जाने की इजाजत का दावा किया जाता है, परंतु सेक्टर-28 स्थित पाल ढाबे के बाहर दोपहर 12.30 बजे भी सीटें लगी रहती हैं। नगर निगम के इस फैसले काे इस कड़ी से जाेड़कर देखा जा रहा है।