केमिस्ट्री एग्जाम के सेट-3 से परेशान हुए स्टूडेंट्स, 33 प्रतिशत आए इंटरनल च्वाइस के प्रश्न
केमिस्ट्री में पहली बार इटरनल च्वाइस के प्रश्न पूछे गए थे। यह प्रश्न बेहद आसान थे जिसके चलते स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम को क्लीयर करना बहुत ही आसान था।
जासं, चंडीगढ़ : मंगलवार को सीबीएसई की बारहवीं कक्षा के केमिस्ट्री पेपर में सेट-& के प्रश्नों से स्टूडेंट्स परेशान हुए। केमिस्ट्री का एग्जाम तीन सेटों में आया था। पहला और दूसरा सेट आसान था, लेकिन सेट-3 में ऑर्गेनिक प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें थ्योरी देकर कारण पूछा गया था। एग्जाम सुबह साढ़े दस बजे शुरू हुआ जोकि डेढ़ बजे तक चला। पहले और दूसरे सेट के स्टूडेंट्स ने एग्जाम आधा घंटा पहले ही खत्म कर लिया था, लेकिन सेट-3 वालों ने 6 से 8 नंबर का प्रश्न छोड़ दिया।
केमिस्ट्री में पहली बार इटरनल च्वाइस के प्रश्न पूछे गए थे। यह प्रश्न बेहद आसान थे, जिसके चलते स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम को क्लीयर करना बहुत ही आसान था। यह पहली बार है जब सीबीएसई ने केमिस्ट्री में इंटरनल च्वाइस के प्रश्न पूछे हैं।
इंटरनल च्वाइस के प्रश्नों की भरमार
गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-16 के स्टूडेंट रवि ने बताया कि एग्जाम में पूछे गए इंटरनल च्वाइस के प्रश्नों में परेशान हुआ। जितने भी प्रश्न आए थे, वह सारे आते थे, लेकिन उनमें से कौन सा करूं यह परेशानी थी। इस सब के बाद भी पेपर आधा घंटा पहले खत्म हो गया।
घुमावदार थे प्रश्न
गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-19 के स्टूडेंट विक्रांत ने बताया कि सेट-3 में पूछे गए प्रश्न घुमावदार थे। थ्योरी के रूप में प्रश्न देकर पूछा गया था कि ऐसा क्यों। प्रश्न को पढ़कर समझने में समय लगा, लेकिन जो पूछा गया था, वह आसान था। यदि इस प्रकार के प्रश्न नहीं होते तो पेपर समय से पहले ही खत्म हो जाता।
प्रश्न पत्र बेहतर था
सेट-3 में पूछे गए प्रश्न एनसीईआरटी की पुस्तक से ही था। रट्टा माारने वाले स्टूडेंट्स के लिए परेशानी जरूर हुई, लेकिन जिन स्टूडेंट्स ने बेहतर तरीके से पढ़ाई की है, वह आराम से पेपर पूरा कर पाए हैं। 33 प्रतिशत का प्रश्न पत्र इंटरनल च्वाइस के प्रश्न होने के कारण इस साल पास होना बेहद आसान है।
नीनू राजवंशी, केमिस्ट्री एक्सपर्ट