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चालान के रेट बढ़ने के बावजूद नहीं लगा स्टूडेंट्स पर अंकुश

पूरे देश में इस समय नए मोटर व्हीकल एक्ट की वजह से लोगों ने ट्रैफिक नियमों का पालन किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 06:15 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 06:31 AM (IST)
चालान के रेट बढ़ने के बावजूद नहीं लगा स्टूडेंट्स पर अंकुश
चालान के रेट बढ़ने के बावजूद नहीं लगा स्टूडेंट्स पर अंकुश

वैभव शर्मा, चंडीगढ़ : पूरे देश में इस समय नए मोटर व्हीकल एक्ट की वजह से लोगों ने ट्रैफिक को फोलो करना शुरू कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग ऐसे हैं जो चालान रेट बढ़ने के बाद भी बिना किसी डर के ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए उनका मजाक बना रहे हैं। इन लोगो में सबसे ज्यादा स्कूली और कॉलेज के स्टूडेंट्स हैं। शहर में ऐसे स्टूडेंट्स की भरमार है, जो रोजाना स्कूल/कॉलेज आते-जाते समय इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। उसके बावजूद भी ऐसे स्टूडेंट्स पर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है। चालान के दाम बढ़ने के बाद भी ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले स्टूडेंट्स पर अंकुश नहीं लग रहा है। शहर के स्कूलों में चाहे वह प्राइवेट हो या फिर सरकारी सभी के स्टूडेंट्स ट्रैफिक नियमों को तोड़ रहे हैं और पुलिस प्रशासन यह सब देकर भी सख्त कदम नहीं उठा रहा है। अमूमन इन बच्चों में ज्यादातर नाबालिग हैं, जो दसवीं से लेकर बाहरवीं क्लास में पढ़ते हैं। स्कूल की छुट्टी के समय इन बच्चों का उत्पात सबसे ज्यादा बढ़ जाता है, जब यह सड़कों पर एक ही वाहन पर तीन-चार बैठकर ओवर स्पीडिग, बिना हेल्मेट और रैस ड्राइविग करते हैं। इन स्टूडेंट्स को ऐसा करते हुए शहर के हर स्कूल के बाहर देखा जा सकता है। हाथों में हेल्मेट पहनना है इनकी शान

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हेल्मेट को दो पहिया वाहन चलाते समय सिर पर पहनने के लिए बनाया गया है, लेकिन स्टूडेंट्स इसे हाथों में लटकाने में अपनी शान समझ रहे हैं। ज्यादातर स्टूडेंट्स जो अपने दो पहिया वाहनों से स्कूल और कॉलेज आते हैं, उनके हेल्मेट सिर की बजाय हाथों में लटके दिखते हैं। यह स्टूडेंट्स ऐसे ही सड़कों पर गेड़ियां मारते हैं और अपने साथ-साथ दूसरे राहगीरों की जान को भी खतरे में डालते हैं। नहीं होती पुलिस खड़ी

सेक्टर-26 में ट्रैफिक पुलिस द्वारा पूरी सड़क को वन वे कर दिया जाता है और ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाता है। उसके उलट शहर में ओर कही भी किसी स्कूल के बाहर पुलिस की ऐसी चार चौकंद व्यवस्था देखने को नहीं मिलती है। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स के हौसले सातवें आसमान पर हैं। स्कूलों में हर वर्ष और हर नियमित अंतराल में ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जाता है। उसके बाद भी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का यह हाल है। हम सिर्फ स्कूलों में बच्चों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक कर सकते हैं, उन्हें बता सकते हैं। इसके अलावा शिक्षा विभाग की ओर से शहर के सभी स्कूलों को नोटिफिकेशन जारी किया हुआ है कि जो भी बच्चा स्कूल में अपना वाहन लेकर आता है, उसके दस्तावेज चेक करें और कही कोई कमी है तो उस बच्चे के अभिभावक को स्कूल में बुलाकर या फोन कर बताए।

-रूबिद्रजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नाबालिग के ड्राइविग करने पर वाहन जब्त करने के साथ उनके पेरेंट्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है। सितंबर से लागू नए नियम के तहत चार नाबालिग वाहन चालकों को पकड़ा गया है।

चरणजीत सिंह, डीएसपी पीआरओ, यूटी पुलिस


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