पीयू चुनाव में किन धुरंधरों के बीच होगा मुकाबला, आज होगा ऐलान
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र काउंसिल चुनाव में इस बार मुकाबला काफी कड़ा रहेगा। चुनाव में इस बार लड़किया भी कई पदों पर उम्मीदवारी का दावा पेश कर रही हैं।
डॉ.सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र काउंसिल चुनाव में इस बार मुकाबला काफी कड़ा रहेगा। चुनाव में इस बार लड़किया भी कई पदों पर उम्मीदवारी का दावा पेश कर रही हैं। पीयू छात्र संघ के विभिन्न पदों के लिए किस-किस के बीच मुकाबला होगा इसका फैसला आज शाम को हो जाएगा। प्रेसिडेंट सहित अन्य प्रमुख पदों के लिए काफी संख्या में आवेदन आए हैं। अकेले प्रेसिडेंट पद के लिए 51 युवाओं ने आवेदन किया था। इनमें से काफी स्टूडेंट नामाकन वापस ले सकेंगे। हर कैंडिडेट का कवरिंग कैंडिडेट भी चुनाव में आवेदन करता है, लेकिन बाद में अपने नामाकन को वापस ले लेता है। छात्र काउंसिल में अगर प्रधान पद की बात करें तो हर बार 5 से 7 उम्मीदवार ही मैदान में होते हैं। इन उम्मीदवारों में पुसू, सोप, एनएसयूआइ, इनसो और एसएफएस जैसी पार्टियों के उम्मीदवार ही प्रतिद्वंदी को कड़ी टक्कर देते हैं। छात्राओं के वोट करेंगे जीत का फैसला
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र काउंसिल में किस पार्टी की जीत होगी, इसका फैसला लड़कियों की वोट ही करेगी। पीयू में 70 फीसद से अधिक वोटर लड़किया है। ऐसे में जिस पार्टी को लड़कियों का समर्थन मिलेगा उसकी ही जीत तय मानी जाती है। हर छात्र संगठन ने लड़कियों के वोट बैंक को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोक दी है। छात्र काउंसिल चुनाव में बेशक लड़कियों का दबदबा है, लेकिन काउंसिल सीट पर सिर्फ वाइस प्रेसिडेंट सीट ही लड़कियों को मिल पाती है। ऐसे में देखना यह होगा कि इस बार कौन सी पार्टी लड़की को प्रेसिडेंट पद की उम्मीदवार घोषित करती है। एसएफएस और एनएसयूआइ ही अभी तक पिछले चुनावों में लड़की को प्रधान पद की उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, लेकिन दोनों ही पार्टियों को हार का सामना करना पड़ा था। यूआइइटी और लॉ विभाग के वोटर पर नजर
6 सितंबर को पंजाब यूनिवर्सिटी में होने वाले छात्र काउंसिल चुनाव में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी(यूआईईटी) डिपार्टमेंट ऑफ लॉ, पीयू पाच वर्षीय यूआइएलएस, यूआइसीईटी,डेंटल कॉलेज जैसे बड़े विभागों की वोटों को लेकर छात्र संगठन इन विभागों में चुनाव प्रचार पर जोर दे रहे हैं। पीयू में इस साल करीब 15 हजार वोटर नई काउंसिल का फैसला करेंगे। शनिवार तक पंजाब यूनिवर्सिटी सभी विभागों के वोटर की जानकारी सार्वजनिक कर देगी। चुनाव प्रचार पर नजर
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशानस ने चुनाव को पूरी तरह लिंगदोह नियमों के तहत कराने का फैसला लिया है। डीएसडब्ल्यू प्रो. इमैनुअल नाहर ने कहा कि कैंपस में चुनाव में किसी तरह के बाहरी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार नियमों में रहकर ही स्टूडेंट कर सकेंगे। पीयू के गर्ल्स हॉस्टल में चुनाव प्रचार के लिए स्टूडेंट लीडर को पीयू प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। रात 9 बजे के बाद कोई भी छात्र नेता गर्ल्स हॉस्टल में नहीं जा सकता। छात्र नेताओं को विभागों में जाकर भी चुनाव प्रचार की मनाही रहेगी। किसी भी क्लास के बीच में कोई नेता भाषण नहीं दे सकता। विभागाध्यक्ष या क्लास टीचर से इस संबंध में पहले अनुमति लेनी होगी। ---
पीयू छात्र काउंसिल चुनाव को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। कैंपस में 6 सितंबर तक आउटसाइडर पर खास नजर रहेगी। कैंपस में बिना आईकार्ड किसी को भी अनुमति नहीं है। पुलिस विभाग के कर्मचारी भी सिक्योरिटी के लिए तैनात किए गए हैं। कोड ऑफ कंडक्ट की अनदेखी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।
प्रोफेसर अश्वनी कौल ,चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पंजाब यूनिवर्सिटी