शाम होते ही लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं शहर के साइकिल ट्रैक, जानिए क्या है वजह Chandigarh News
दिन में समय नहीं मिलने की वजह से रात को साइकिल चलाने की इच्छा लोग मन में दबाए रह जाते हैं। अंधेरे से खतरे को भांपकर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
चंडीगढ़ [बलवान करिवाल]। साइकिल ट्रैक की कनेक्टिविटी तो दी जा रही है। लेकिन इन पर सेफ सफर का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। खासकर शाम को अगर साइकिल राइड पर निकले हैं तो या तो अंधेरा होने से पहले घर लौटना होगा नहीं तो ट्रैक से उतरकर मेन रोड पर ही चलना होगा। ऐसा इसलिए कि ट्रैक पर कहीं भी कोई स्ट्रीट लाइट नहीं है। दिन ढलते ही ट्रैक पर अंधेरा पसर जाता है। इतना सन्नाटा होता है कि अकेले सफर करना भी जोखिम भरा रहता है। कुछ जगहों पर कई साल पहले प्रशासन ने स्ट्रीट लाइटें लगाई भी थी।
साइकिल ट्रैक की स्ट्रीट लाइटों के पोल का साइज छोटा होता है। जिस कारण कुछ दिनों बाद ही इनसे लाइटें गायब हो गई। अब स्ट्रीट लाइट के नाम पर केवल पोल बचे हैं। इलेक्ट्रिसिटी बॉक्स भी खुले पड़े हैं। ट्रैक के दोनों तरफ पेड़ रोड की तरह ही साइकिल ट्रैक की दोनों ओर भी पेड़ लगे हैं। जिस कारण मेन रोड पर लगी स्ट्रीट लाइट की रोशनी भी ट्रैक पर नहीं पहुंचती है। जिससे ट्रैक पर घना अंधेरा रहता है। इस घने अंधेरे में विजिबिलिटी शून्य जैसी रहती है। जिस कारण रात को साइकिल का सफर आसान नहीं रहता। दिन में समय नहीं मिलने की वजह से रात को साइकिल चलाने की इच्छा लोग मन में दबाए रह जाते हैं। अंधेरे से खतरे को भांपकर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। साइकिल राइडर का अनुभव वे कई साल से साइकिल का सफर कर रहे हैं। जगह-जगह रोड के साथ ट्रैक बनने से यह सफर सुहाना और आसान हो गया है। लेकिन अभी भी कई दिक्कतें हैं।
सेक्टर-16 रोज गार्डन के पास ट्रैक पर पेड़ बीच में आ रहा है। दूसरी तरफ से ट्रैफिक आ जाती है तो मुश्किल और बढ़ जाती है। कई जगह ट्रैक पर कार खड़ी रहती हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
-अवध बिहारी, चंडीगढ़
साइकिल ट्रैक तो अब अच्छे बन गए हैं। इनसे चलने में दिक्कत नहीं है। लेकिन इन पर स्ट्रीट लाइट भी होनी चाहिए। जिससे रात को भी चलने में कोई परेशानी न हो। हालांकि उनका रात को कम ही चलना होता है। जिस जगह पर साइकिल ट्रैक की लाल रंगी की पट्टी बनी है, उस पर दूसरे वाहनों को नहीं चलना चाहिए। उनकी वजह से साइकिल सवारों को भी जाम में फंसना पड़ जाता है।
-चंद्रपाल, सेक्टर-15