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फलों-सब्जियों पर लगे स्टिकर हैं इतने नुकसानदेह, सरकार ने अब उठाया यह कदम

फलों और सब्जियाें पर लगे बेहतर क्‍वालिटी को दर्शाने वाले स्टिकर स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद हानि‍कारक होते हैं। ऐसे में सरकार ने इन पर रो‍क लगा दी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 10:29 AM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 10:29 AM (IST)
फलों-सब्जियों पर लगे स्टिकर हैं इतने नुकसानदेह, सरकार ने अब उठाया यह कदम
फलों-सब्जियों पर लगे स्टिकर हैं इतने नुकसानदेह, सरकार ने अब उठाया यह कदम

चंडीगढ़, जेएनएन। आपने फलों व सब्जियों पर आपने अकसर ओके टेस्टेड, गुड क्वालिटी जैसे स्टिकर लगे देखे होंगे। आप स्टिकर लगे फलाें और सब्जियों को बेहतर क्‍वालिटी समझते होंगे। लेकिन, यह कितना नुकसान होता है यह जानकार कर आपके होश उड़ जाएंगे। स्टिकर में लगी गोंद में हानिकारक केमिकल होते हैं। सूरज की गर्मी या रोशनी में आकर यह गोंद फलों-सब्जियों में रिस जाती है जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। स्टिकर को हटाकर भी इन फलों व सब्जियों को खाना घातक होता है। इससे व्‍यक्ति कई बीमारियों की चपेट में आ सकता है।  ऐसे में पंजाब सरकार ने अहम कदम उठाया है।

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पंजाब के खाद्य सुरक्षा विभाग ने अब फलों और सब्जियों पर किसी तरह का स्टिकर लगाने पर रोक लगा दी है। ये स्टिकर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए लगाए जाते हैं। इनकी गोंद में सरफेकटेंट्स जैसे पदार्थ व अन्य जहरीले तत्व मौजूद होते हैं। सूरज की गर्मी से फल इस गोंद के केमिकल को सोख लेते हैं।

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राज्य फूड सेफ्टी कमिश्नर काहन सिंह पन्नू ने रोक के आदेश के साथ एडवाइजरी भी जारी की है कि मंडियों व अन्य दुकानों पर ऐसे फलों-सब्जियों की बिक्री न की जाए। सुपर मार्केट आदि में कीमत व बारकोड की जानकारी देने के लिए अगर स्टिकर लगाना जरूरी है, तो इसे फलों- सब्जियों के ऊपर न लगाकर पैकिंग या अलग प्लास्टिक की परत पर लगाया जाए। इसकी स्याही फूड ग्रेड की होनी चाहिए और यह फल या सब्जी में संचारित नहीं होनी चाहिए। लोग ऐसे फलों या सब्जियों का इस्तेमाल करते हुए स्टिकर वाले हिस्से की परत को काट कर हटा दें।

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 रोड सेफ्टी के लिए कदम उठाए गए

परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी ने पंजाब स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की बैठक में कहा कि ओवर स्पीड रोकने के लिए चंडीगढ़-नंगल मुख्य मार्ग पर पायलट प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। मार्ग पर दुर्घटना की संभावना वाले स्थानों पर स्पीड कैमरे लगाए जाएं। ओवर लोडिंग रोकने के लिए टोल प्लाजा के अलावा अन्य स्थानों पर भार चेक करने वाली मशीनें लगाई जाएं। उन्होंने आदेश दिए कि ई-चालान के साथ शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को रोकने के लिए भी मशीनों का इस्तेमाल किया जाए। तेज स्पीड वाले वाहनों की पहचान के लिए स्पीड गन का ज्यादा इस्तेमाल हो।

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